चीन में बिना जांचे-परखे लगी वैक्सीन लगवाने की होड़, विशेषज्ञ सशंकित

कोरोना महामारी की रोकथाम को लेकर सफल वैक्सीन तैयार होने का पूरी दुनिया को इंतजार है। कई कंपनियां रात दिन काम कर रही हैं। वैक्सीन के ट्रायल भी चल रहे हैं। चीन की राह इन सबसे अलग है। पहले उसने सभी देशों को महामारी में धकेला, अब वैक्सीन को लेकर भी जल्दबाजी में है। उसने ट्रायल में चल रही वैक्सीन की खुराक अपनी जनता को व्यापक पैमाने पर देना शुरू कर दिया है। अब वहां जनता में भी होड़ मची हुई है। कुछ शहरों में लंबी-लंबी लाइन लगी हुई हैं। घंटों इंतजार करके भी लोग वैक्सीन ले रहे हैं। कहीं तो इस वैक्सीन के लिए ज्यादा दाम भी दिए जा रहे हैं।

आइवरी कोस्ट में काम करने वाले इथान झान को काम पर लौटना है। किसी ने बताया कि यीवू शहर के अस्पताल में वैक्सीन दी जा रही है। वे वहां पहुंचे और पांच घंटे लाइन में लगने के बाद तीस डालर में वैक्सीन की खुराक उन्हें हासिल हो गई।

वैक्सीन लगाने के दौरान इसकी क्षमता के बारे में किसी को भी कोई जानकारी नहीं है। अस्पतालों में वैक्सीन दिए जाने के दौरान भी कुछ नहीं बताया जाता है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने वैक्सीन लगाने से पहले भरवाए गए ऐसे ही एक सहमति पत्र की कॉपी हासिल की तो पता चला कि इसमें ये भी उल्लेख नहीं है कि वैक्सीन अभी ट्रायल फेज में चल रही है।

चीन के ही एक स्वास्थ्य विशेषज्ञ यानझोंग हुआंग कहते हैं, सफलता से पहले वैक्सीन दिए जाने के खतरे सामने आने के लिए अभी हमें इंतजार करना होगा। सिडनी में नेशनल सेंटर फॉर इम्युनाइजेशन रिसर्च एंड सर्विलांस की निदेशक क्रिस्टीन मेकार्टनी का मानना है इसके दुष्परिणाम सामने आए तो हम जनता के बीच वैक्सीन के प्रति विश्वास खो देंगे।

Leave a Comment

Your email address will not be published.

बिहार के इन 2 हजार लोगों का धर्म क्या है? विश्व का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड कौन सा है? दंतेवाड़ा एक बार फिर नक्सली हमले से दहल उठा SATISH KAUSHIK PASSES AWAY: हंसाते हंसाते रुला गए सतीश, हृदयगति रुकने से हुआ निधन India beat new Zealand 3-0. भारत ने किया कीवियों का सूपड़ा साफ, बने नम्बर 1