Chandra Grahan 2021:19 नवंबर को लगने जा रहा साल का अंतिम चंद्रग्रहण (Chandra Grahan) का ज्योतिष के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है। इस चंद्र ग्रहण को सदी का सबसे बड़ा चंद्र ग्रहण कहा जा रहा है। ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को मन और माता का कारक माना गया है। पौराणिक कथाओं के अनुसार पाप ग्रह राहु और केतु जब चंद्रमा पर हमला करते हैं तब चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) की स्थिति का निर्माण होता है।
चंद्र ग्रहण का समय
भारतीय समयानुसार 19 नवंबर को चंद्रग्रहण (Chandra Grahan ) सुबह 11 बजकर 34 मिनट में लगेगा और शाम को 5 बजकर 33 मिनट तक रहेगा।
19 नवंबर को लगने वाले चंद्र ग्रहण जानिए पूरी जानकारी
साल का आखिरी चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan ) वृषभ राशि और कृतिका नक्षत्र में लगेगा। वृषभ राशि के स्वाम ग्रह शुक्र और कृतिका नक्षत्र के स्वामी ग्रह सूर्यदेव हैं। इस दौरान सूर्य और शुक्र से संबंधित राशियों पर चंद्र ग्रहण का ज्यादा प्रभाव पड़ेगा। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, सूर्य ग्रहण के दौरान वृश्चिक और शुक्र धनु राशि पर संचार करेंगे। भारत में यह उपछाया ग्रहण होने के कारण सूतक काल मान्य नहीं होगा।
सदी का सबसे बड़ा चंद्रग्रहण
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के मुताबिक, चंद्र ग्रहण- 3 घंटे, 28 मिनट और 23 सेकंड तक रहेगा, जो 2001 से वर्ष 2100 के बीच 100 वर्षों में किसी भी अन्य ग्रहण से अधिक लंबा होगा। नासा ने बताया है कि 21वीं सदी में पृथ्वी पर कुल 228 चंद्र ग्रहण होंगे।
भारत में इन इलाकों में दिखेगा चंद्रग्रहण
चंद्र ग्रहण केवल उन्हीं जगहों पर दिखाई देता है, जहां चंद्रमा आकाश के घेरे में यानी क्षितिज के ऊपर होता है। असम और अरुणाचल प्रदेश सहित भारत के पूर्वोत्तर राज्यों के लोगों को यह दिखाई दे सकता है। उत्तरी अमेरिका के लोगों को यह सबसे बेहतरीन दिखाई देगा।