अयोध्या में भव्य Ram Mandir का निर्माण कार्य जारी है। मंदिर के निर्माण के लिए राम भक्तों का सहयोग लिया जाएगा। इसके लिए विश्व हिंदू परिषद अभियान चलाएगी, जिसकी शुरुआत मकर संक्रांति से होगी और माघ-पूर्णिमा तक जारी रहेगी। इस बात की घोषणा विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव Champat Rai ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी।
Champat Rai ने कहा कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर बनने वाले भव्य Mandir के लिए देश भर के प्रत्येक राम भक्त का सहयोग लिया जाएगा। इसके लिए विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता घर-घर जाएंगे।
श्रीराम जन्मभूमि Mandir निधि समर्पण अभियान की घोषणा करते हुए Champat Rai ने कहा कि आगामी मकर संक्रांति से माघ-पूर्णिमा तक चलने वाले इस अभियान में विहिप कार्यकर्ता देश के 4 लाख गांवों के 11 करोड़ परिवार से संपर्क कर और उन्हें श्री राम जन्मभूमि से सीधे जोड़कर रामत्व का प्रसार करेंगे। उन्होंने कहा कि देश की हर जाति, मत, पंथ, संप्रदाय के लोगों के सहयोग के साथ Ram Mandir वास्तव में एक राष्ट्र मंदिर का रूप लेगा।
देश के अधिकतर ग्रामों और शहरों में चलने वाले इस अभियान में रामभक्तों द्वारा Mandir निर्माण हेतु स्वैच्छिक रूप से दिया गया आर्थिक सहयोग स्वीकार किया जाएगा। इसके लिए 10, 100 और 1000 रुपये के कूपन उपलब्ध रहेंगे। करोड़ों घरों में भगवान के दिव्य मंदिर की तस्वीर भी पहुंचाई जाएगी।
चंपत राय ने कहा कि Mandir के निर्माण की तैयारी चल रही है। मुंबई, दिल्ली, चेन्नई और गुवाहाटी के IIT, सीबीआरआई, एल एंड टी, टाटा के विशेषज्ञ इंजीनियर मंदिर की मजबूत नींव की ड्राइंग पर परामर्श कर रहे हैं। बहुत जल्द नींव का प्रारुप सामने आ जाएगा। उन्होंने कहा कि संपूर्ण Mandir पत्थरों का है। प्रत्येक मंजिल की ऊंचाई 20 फीट, लंबाई 360 फीट और चौड़ाई 235 फीट है।
क्या है VHP का लक्ष्य
4 लाख गांव के 11 करोड़ परिवार तक पहुंचने का लक्ष्य।
सवा 5 लाख घरों तक पहुंचने का टारगेट है। Mandir निर्माण से संबंधित सभी भाषाओं में लिटरेचर छापा जाएगा। घर-घर मंदिर का चित्र पहुंचाने की योजना है।
देशभर में 3 से 4 लाख VHP कार्यकर्ता अभियान से जुड़ेंगे।
PM, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति से भी चंदा लिया जाएगा। सरकार से पैसा नहीं लिया जाएगा। सरकार से सहयोग की अपेक्षा है।
विदेशी चंदे नहीं लिए जाएंगे।
तीन वर्ष में Mandir तैयार करने का लक्ष्य है।