केंद्र सरकार ने कोरोना संकट के बीच पहले से ही वित्तीय मुश्किलों का सामना कर रहे आम आदमी को एक और तगड़ा झटका दे दिया है। दरअसल, वित्त मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए छोटी बचत योजनाओं समेत कई तरह की सेविंग स्कीम्स पर मिलने वाली ब्याज दरों में कटौती कर दी है। केंद्र सरकार ने छोटी बचत योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज दरों में कटौती कर 4% से 3.5% कर दिया है। नई दरें नए वित्त वर्ष के पहले दिन यानी 1 अप्रैल 2021 से प्रभावी हो जाएंगी।
वित्त मंत्रालय ने पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) में बड़ी कटौती की है। अब PPF पर मिलने वाला सालाना ब्याज 7% से घटकर 6.4% हो गया है। बता दें कि वर्ष 1974 के बाद यानी 47 साल बाद पहली बार PPF पर सरकार इतना कम ब्याज देगी। इसके अलावा केंद्र ने एक साल की जमा पर मिलने वाले ब्याज को 5.4% से घटाकर 4.4% और 2-5 साल तक के रिकरिंग डिपॉजिट पर मिलने वाले ब्याज में 0.5% की कटौती की है। रिकरिंग डिपॉजिट पर अब 5% से लेकर 5.8% तक की दर से ब्याज मिलेगा, जो पहले 5.5 से 6.7% तक था।
केंद्र सरकार ने सीनियर सिटीजंस सेविंग स्कीम पर मिलने वाले ब्याज को 7.4% से घटाकर 6.5% कर दिया है।
किसान विकास पत्र पर अब 6.9% के बजाय 6.2% ब्याज ही मिलेगा।
सुकन्या समृद्धि योजना पर मिलने वाले ब्याज को 7.6% से घटाकर 6.9% कर दिया गया है।
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) पर अब 6.8% के बजाय 5.9% ब्याज ही मिलेगा।
1 साल में यह दूसरी बार है, जब स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दर में कटौती की गई है। हालांकि, सरकार ने पिछली 3 तिमाहियों में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया था।
केंद्र सरकार ने सबसे ज्यादा कटौती 1 साल के टाइम डिपॉजिट पर की है. इसकी ब्याज दरों में 1.1% की बड़ी कटौती की गई है।