प्रवर्तन निदेशालय के बाद CBI भी YES BANK मामले की जांच करने जा रही है। इस बाबत CBI के अधिकारी वित्त मंत्रालय, RBI और ED के अधिकारियों से बात कर रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक CBI इस मामले में प्राथमिक जांच शुरू कर सकती है या फिर अलग से एक FIR दर्ज कर जांच कर सकती है। YES BANK के मामले में CBI ने बैंक फ्रॉड की जांच कर रही टीम के अधिकारियों से बात की है। शनिवार को CBI की टीम प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों से मिली थी। CBI के SP सुवेज हक ने प्रवर्तन निदेशालय के संयुक्त निदेशक सत्यव्रत कुमार से मुलाकात की थी। इस दौरान दोनों के बीच केस के डिटेल को लेकर बातचीत हुई थी।
इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने कुछ दस्तावेज CBI के साथ साझा किए हैं। अब तक ED इस केस की जांच कर ही है। ED ने YES BANK के संस्थापक राणा कपूर को देर रात गिरफ्तार किया है। इससे पहले ED ने उनसे लंबी पूछताछ की है। सूत्रों ने कहा कि CBI वित्त मंत्रालय, रिजर्व बैंक और दूसरी सरकारी एजेंसियों के संपर्क में है। अगर CBI इस मामले में केस दर्ज करती है तो YES BANK से जुड़े ठिकानों, अफसरों के घरों में एक बार फिर से सर्च की जा सकती है। CBI इस केस से जुड़े पदाधिकारियों से फिर से पूछताछ कर सकती है।
इस बीच ED ने मुंबई में YES BANK के संस्थापक राणा कपूर को गिरफ्तार कर लिया है। राणा कपूर से 15 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। ED ने उनसे पूछताछ करने के अलावा अपनी जांच का दायरा बढ़ाते हुए उनकी तीन बेटियों के आवास पर भी छापेमारी की। ED के एक सूत्र ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने YES BANK घोटाले में अपनी जांच का विस्तार किया है और वह मुंबई और नई दिल्ली में तीन स्थानों पर तलाशी ले रही है। राणा कपूर की तीनों बेटियों राखी कपूर टंडन, रोशनी कपूर और राधा कपूर के आवासीय परिसरों में तलाशी ली जा रही है। सूत्र ने कहा कि कपूर की बेटियों के आवासीय परिसरों की तलाशी इसलिए ली जा रही है, क्योंकि वे घोटाले की कथित लाभार्थी हैं।