Coronavirus ने दुनिया के आधे से ज्यादा देशों में बुरी तरह कहर बरपाया हुआ है। भारत में तो हालात हर दिन और खराब होते जा रहे हैं। इस बीच बिहार (Bihar) के बेतिया (Betia) से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। इस बात से हर कोई वाकिफ हैं कि दुनियाभर में कोरोना फैलाने के लिए चीन को जिम्मेदार माना जा रहा है। लेकिन चीन के राष्ट्रपति के खिलाफ भारत में केस दायर करने का मामला अपने आप में किसी अजूबे से कम नहीं कि जबकि वो कोर्ट में सुनवाई के लिए उपलब्ध नहीं होंगे।
बिहार के बेतिया में स्थानीय सिविल कोर्ट (Civil Court) में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (President Xi Jinping) व विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के डायरेक्टर जनरल डॉ टेडरॉस एथानम गैब्रेसस के खिलाफ मुकदमा दायर किया गया है। यह केस अधिवक्ता मुराद अली ने दायर कराया है। परिवाद में अधिवक्ता ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग व डब्ल्यूएचओ (WHO) के डीजी पर चीन के वुहान शहर से पूरे विश्व से लेकर बेतिया जिले में कोरोना फैलाने का आरोप लगाया गया है।
इस मामले में CJM की अदालत (Court) ने सुनवाई के लिए 16 जून की तारीख तय की है। दायर केस में अधिवक्ता ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) व भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) को गवाह बनाया है। अधिवक्ता ने चीन के राष्ट्रपति पर दिसंबर 2019 में चीन के वुहान (Wuhan) शहर से वादी के स्थान तक कोरोना फैलान व WHO के DG पर कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव की बात छिपाने का आरोप मढ़ा है।
आपको बता दें कि रविवार तक चीन में 83,040 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी थी। जिनमें से 65 मरीज ऐसे हैं जिनका अब भी इलाज चल रहा है। हालांकि, किसी की भी हालत गंभीर नहीं है। भारत ने अब तक संक्रमण के मामलों की संख्या 2,66,598 बतायी जा रही है। इसके 7,466 लोग की मौत हुई है और उपचार के बाद 1,29,215 लोग कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त हुए हैं।
बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या पांच हजार को पार कर चुकी है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा शनिवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार अब तक कुल 31 कोरोना पॉजिटिवों की मौत हो चुकी है।