पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी ने बुधवार को सीमा सुरक्षा बल के विकास कार्यों में शामिल होने पर आपत्ति जताई। उन्होंने नाजपुर जिले में प्रशासनिक बैठक में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि BSF के जवानों को सीमा पर तैनात होना चाहिए। सामुदायिक विकास कार्यक्रम के नाम पर गांवों में प्रवेश कर स्थानीय मुद्दों में दखल नहीं देना चाहिए। मैंने इस संबंध में गृह मंत्री से भी बात की है।
ममता ने कहा- पुलिस को सावधान रहना चाहिए क्योंकि उत्तर दिनाजपुर जिले की सीमा दूसरे राज्यों के साथ ही बांग्लादेश से भी लगती है। कानून व्यवस्था राज्य का विषय है। इन क्षेत्रों में तैनात पुलिस अधिकारियों को इस मामले पर गौर करना चाहिए और आवश्यक कार्रवाई करनी चाहिए।
ममता ने उत्तर दिनाजपुर जिले में चुनावी सभा को भी संबोधित किया। उन्होंने कहा- कोई भी आपकी नागरिकता नहीं छीन सकता। किसी की नहीं सुनें। हम सभी नागरिक हैं। आप सभी के पास राशन कार्ड और मतदाता पहचान पत्र हैं। आपको इससे ज्यादा कुछ भी साबित करने की जरूरत नहीं होगी।
उन्होंने कहा- BJP के बहकावे में नहीं आए। जो लोग बांग्लादेश से आए थे, उन्हें भी नागरिकता मिली है। इन लोगों ने भी प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, विधायक, सांसद और अन्य प्रतिनिधियों को चुना है। ऐसे में आप सभी नागरिक हैं। आपको कोई बाहर नहीं कर सकता।
ममता ने कहा- मैं आप लोगों की हिम्मत को सलाम करती हूं, जिसने लोकसभा चुनाव जीतने के बाद भी BJP को हरा दिया। हम लोगों को किसी भी हाल में परेशान नहीं होने देंगे। दिल्ली में जो कुछ भी हुआ, उससे मैं वाकई दुखी हूं। अभी तक नहरों से लाशें निकाली जा रही हैं। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का विरोध करने के लिए इतने लोगों को क्यों मारा गया। हालांकि, बंगाल में मैं ऐसा नहीं होने दूंगी। हमें भोजन और काम चाहिए, दंगे नहीं। हम बंगाल को UP और दिल्ली नहीं बनने देंगे।