विगत दो दिनों से सुपौल जिले के विभिन्न हिस्सों एवं नेपाल की तराई स्थित कोसी के जल अधिग्रहण क्षेत्र में हुई बारिश के कारण कोसी नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है. वीरपुर स्थित कोसी बराज पर नदी का कुल डिस्चार्ज लगातार बढ़ने की दिशा में अग्रसर है. वहीं नेपाल स्थित बराह क्षेत्र में कोसी के जलस्तर में बढ़ोतरी के संकेत दर्ज किये गये.
मानसून के पहले आने से 01 जून से ही बाढ़ काल की घोषणा
गौरतलब है कि समय से पूर्व मानसून की संभावना को लेकर इस वर्ष सरकार द्वारा 15 जून की बजाय 01 जून से ही बाढ़ काल की घोषणा की गयी है. यही वजह है कि उक्त तिथि से ही जल संसाधन विभाग के कंट्रोल रूम द्वारा नित दिन नदी के डिस्चार्ज की सूचना दी जाती है. वहीं तटबंधों पर भी चौकसी बढ़ा दी गयी है.
सहरसा में बाढ़ के हालात
वहीं कोसी नदी के जलस्तर में हो रही वृद्धि की वजह से सहरसा के नवहट्टा प्रखंड के निचले इलाके में बाढ़ का पानी फैलने लगा है. पिछले 24 घंटे के दौरान कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गयी है. नदियों के घटते बढ़ते जलस्तर की वजह से कई इलाके में कटाव होने लगा है.
निचले इलाके में पानी प्रवेश कर रहा
कोसी नदी का जलस्तर बढ़ने से निचले इलाके में पानी प्रवेश कर रहा है. हालांकि अभी तटबंध के अंदर के गांवों में बाढ़ से पूरी तरह प्रभावित होने में एक सप्ताह से अधिक समय लगेगा. इससे प्रखंड क्षेत्र के तटबंध के अंदर डरहार पंचायत के बड़हरा शिव मंदिर से पूरब सहायक नदी से बड़हरा गांव की ओर पानी फैलने लगा है.
तटबंध के अंदर फसल प्रभावित होने की संभावनाएं
पानी बढ़ने से तटबंध के अंदर फसल प्रभावित होने की संभावनाएं है. जिसमें परवल, मक्का सहित कई अन्य तरह की फसलें शामिल है. इससे किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ेगा. किसान की बचे फसलों को स्थानीय व्यापारियों के द्वारा बड़ा ही तेजी से खरीद बिक्री जारी है. कोसी नदी के पानी बढ़ने से प्रखंड क्षेत्र के बकुनिया, डरहार, कैदली, शाहपुर पंचायत का आधा भू भाग प्रभावित होगा. कोसी नदी के जलस्तर बढ़ने के बाद प्रखंड क्षेत्र के तटबंध के अंदर लोगों को आवागमन में भी नाव के सिवा दूसरा साधन नही बचेगा.
दो दर्जन गांव प्रभावित
प्रखंड क्षेत्र के हाटी, बकुनिया, कैदली, डरहार, नौला, सतौर व शाहपुर पंचायत के लगभग दो दर्जन गांवों में बाढ़ आने से आवागमन पूरी तरह बाधित हो जाता है. सरकारी कैलेंडर के अनुसार 15 जून से बाढ़ की अवधि शुरू हो जाती है. कोसी नदी के जलस्तर वृद्धि होते ही पानी का फैलाव गांव में धीरे-धीरे शुरू होने लगा है.
अंचलाधिकारी ने कहा
इस बाबत अंचलाधिकारी अनिल कुमार ने कहा कि बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासनिक तैयारियां जोरों पर है. सभी हल्का कर्मचारियों को बाढ़ प्रभावित पंचायतों के बाढ़ आश्रय स्थल, पंचायत सरकार भवन की साफ सफाई कराते हुए सुदृढ़ बनाने का निर्देश दिया गया है. अभी नदी में पानी का स्थिति सामान्य है. बाढ़ का पानी फैलने में अभी एक सप्ताह से अधिक समय लगने की संभावना है.