विधानसभा चुनाव 2020 (Bihar Assembly Election 2020)के लिए कांग्रेस ने अपनी रणनीति बनानी शुरु कर दी, और इसके लिए वो दबाव की रणनीति (Pressure Politics) पर अमल कर रही है। कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा की सभी 243 सीटों पर संगठन तो मजबूत करने की पहल शुरु कर दी है। हालांकि, इस पहल को महागठबंधन के सबसे बड़े दल राजद (RJD) पर दबाव बनाने का प्रयास माना जा रहा है। मजबूत संगठन के नाम पर अधिक सीटों के लिए बेहतर सौदेबाजी हो सकती है। कांग्रेस की अधिक सीटों की ये चाहत इसलिए भी बढ़ी है क्योंकि, जेडीयू (JDU) के बाहर हो जाने के बाद महागठबंधन में कांग्रेस अब दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन चुकी है।
पिछले विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने 101-101 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, जबकि कांग्रेस के हिस्से में 41 सीटें आई थी। पार्टी अब जेडीयू के हिस्से की सीटों पर अपने उम्मीवाद उतारने की उम्मीद लगाए बैठी है। हालांकि, जेडीयू के बाहर होने के बाद महागठबंधन में तीन अन्य दल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) , हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) और विकासशील इनसान पार्टी (VIP) शामिल हो चुके हैं, तो देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस की ये रणनीति उसे चुनावों में कितना सफलता दिलाती है।