आपके किचन में मौजूद बेकिंग सोडा (baking soda) को सोडियम बाइकार्बोनेट (NaHCO₃) के रूप में भी जाना जाता है। खाना पकाने के अलावा, बेकिंग सोडा के विभिन्न घरेलू उपयोग और स्वास्थ्य लाभ (health benefits and uses of baking soda) हैं। इसमें बहुत सारे गुण पाये जाते हैं। आइये जानते हैं इसके बारे में विस्तार से
हार्टबर्न को एसिड रिफ्लक्स के रूप में भी जाना जाता है। इसमें मरीज को दर्दनाक, जलन सा महसूस होता है। यह पेट के ऊपरी क्षेत्र में उत्पन्न होता है। ज्यादातर यह अधिक भोजन करने, तनाव में रहने या मसालेदार भोजन का सेवन करने से भी हो सकता है।
एक गिलास ठंडे पानी में एक चम्मच बेकिंग सोडा मिलाकर पीने से यह पेट के एसिड को बेअसर कर देता है।
इसे एक अच्छा माउथवॉश करने वाला पदार्थ भी माना गया है। यह आपके मुंह के कोनों और आपके दांतों, मसूड़ों और जीभ के छिद्रों तक पहुंचता है, जो ब्रश करने के दौरान छूट सकता है। कुछ अध्ययनों से पता चला है कि यह आपकी सांसों को ताज़ा रखने में भी मददगार है। इसमें मौजूद जीवाणुरोधी मुंह के बैक्टीरिया को काफी कम कर देता है। जिसके परिणामस्वरूप लार का पीएच भी बढ़ता है।
बेकिंग सोडा से माउथवॉश करने का तरीका आसान है। आधा गिलास गर्म पानी में 1/2 चम्मच बेकिंग सोडा मिलाएं और मुंह को इससे वॉश कर लें।
छोटे मुंह के घाव, दर्दनाक अल्सर का कारण बन सकते है। बेकिंग सोडा से माउथवॉश करने पर इन नासूर घावों से बचा जा सकता है।
बेकिंग सोडा दांतों को सफेद करने का एक लोकप्रिय घरेलू उपाय है। कई अध्ययनों में पाया गया है कि बेकिंग सोडा युक्त टूथपेस्ट दांतों को सफेद करने में बेहद कारगार होता है।
इसमें मौजूद हल्के अपघर्षक गुण, जो दांतों में मौजूद दाग को हठा कर उसे चमकाने में मदद करते हैं। इसमें जीवाणुरोधी और रोगाणुरोधी गुण भी हैं जो हानिकारक बैक्टीरिया से भी लड़ने में मददगार है।
आप अगर पसीने से परेशान है, उसकी दुर्गन्ध आपका जीना हराम कर रही है तो यहां भी आप बेकिंग सोडा का इस्तेमाल कर सकते है. दरअसल, पसीने में मौजूद बैक्टीरिया हमारे पसीने को अम्लीय उत्पादों में बदल देता है दुर्गंध का कारण बनता है. बेकिंग सोडा को पाउडर की तरह शरीर में हल्का लगाएं फिर देखें अंतर।
बेकिंग सोडा में सोडियम बाइकार्बोनेट प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। जिसे एथलीटों के लिए जरूरी सप्लीमेंट माना गया है। हेल्थलाइन के मुताबिक कुछ अध्ययनों से पता चला है कि यह हमें ऊर्जावान बनाए रखता है और लंबे समय तक प्रदर्शन करने में मदद करता है।
आपको बता दें कि उच्च तीव्रता वाले व्यायाम के दौरान, हमारी मांसपेशियों की कोशिकाएं लैक्टिक एसिड का उत्पादन शुरू कर देती हैं। यह लैक्टिक एसिड आपकी कोशिकाओं के अंदर पीएच को कम करने का काम करती है, जिससे मांसपेशियां जल्दी थक जाती है। जबकि, बेकिंग सोडा में उच्च पीएच पाया जाता है, जो थकान को कम करने में मददगार है। एक अध्ययन के अनुसार व्यायाम से 1-2 घंटे पूर्व 300 मिलीग्राम बेकिंग सोडा 33.1 औंस (1 लीटर) पानी में घोल कर पीने से अंदर से एनर्जी मिलता है।
बेकिंग सोडा खुजली वाली स्कीन को शांत करने में मददगार है। इसे मधुमक्खी के डंक से होने वाली खुजली के लिए भी इस्तेमाल किया जाता था। इसके लिए बेकिंग सोडा स्नान करने की सलाह दी जाती है। हल्के गुनगुने पानी में एक कप बेकिंग सोडा डाल कर नहाने से सारी खुजली समाप्त हो सकती है।
क्रोनिक किडनी वाले रोगी के लिए भी बेकिंग सोडा को लाभदायक माना गया है। ऐसे मरीजों का गुर्दा धीरे-धीरे कार्य करना बंद कर देता है. जैसा कि ज्ञात हो गुर्दे हमारे शरीर में अतिरिक्त रक्त और पानी निकालने में मददगार है। साथ ही साथ, वे महत्वपूर्ण खनिज जैसे पोटेशियम, सोडियम और कैल्शियम को संतुलित करने में मदद करते हैं।
ऐसे में एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोग सोडियम बाइकार्बोनेट (बेकिंग सोडा) की खुराक ले रहे थे, वे अन्य लोगों की तुलना में तेजी से इस रोग से निजात पा गए। हालांकि, इसका सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर ले लें।
कैंसर को दुनिया भर में मौत का दूसरा प्रमुख कारण माना गया है। आम तौर पर, कैंसर रोगी की कोशिकाएं तीव्र दर से बढ़ती हैं और विभाजित हो जाती हैं।
कुछ शोध से पता चलता है कि बेकिंग सोडा कीमोथेरेपी दवाओं की तरह काम करता है। यह ट्यूमर को कम एसीडीक बनाने में मदद कर सकता है।
बेकिंग सोडा से रसोई, बाथरूम को साफ भी किया जा सकता है। इसमें मौजूद कीटाणुरहित गुण काफी प्रभावी है।