Associated Chambers of Commerce of India

एसोचैम के स्थापना सप्ताह में बोले पीएम मोदी- मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए हम निरंतर कर रहे सुधार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को उद्योग मंडल ASSOCHAM के फाउंडेशन वीक कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया। अपने संबोधन से पहले प्रधानमंत्री Narendra Modi ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से टाटा संस के चेयरमैन रतन टाटा को ASSOCHAM एंटरप्राइज ऑफ दी सेंचुरी अवॉर्ड प्रदान किया। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे यहां कहा जाता है कि कर्म करते हुए 100 वर्ष तक जीने की इच्छा रखो। यह बात ASSOCHAM के लिए फिट बैठती है। उन्होंने कहा कि बीते 100 सालों से ASSOCHAM देश की अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने में जुटा है।

पीएम ने कहा, ’21वीं सदी की शुरुआत में अटल जी ने भारत को हाई-वे से जोड़ने का लक्ष्य रखा था। आज देश में भौतिक और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर पर विशेष फोकस किया जा रहा है।’

पीएम ने कहा, ‘निवेश का एक और पक्ष है, जिसकी चर्चा आवश्यक है। ये है रिसर्च एंड टेवलपमेंट (R&D) पर होने वाला निवेश। भारत में R&D पर निवेश बढ़ाए जाने की जरूरत है।’

पीएम ने कहा, ‘देश आज करोड़ों युवाओं को अवसर देने वाले उद्यमों और वैल्थ क्रिएटर्स के साथ है।’

पीएम ने कहा, ‘नया भारत, अपने सामर्थ्य पर भरोसा करते हुए, अपने संसाधनों पर भरोसा करते हुए आत्मनिर्भर भारत को आगे बढ़ा रहा है और इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मैन्युफैक्चरिंग पर हमारा विशेष फोकस है। मैन्युफेक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए हम निरंतर सुधार कर रहे हैं।’


पीएम ने कहा, ‘आने वाले 27 साल भारत के वैश्विक योगदान को ही तय नहीं करेंगे, बल्कि ये हम भारतीयों के सपने और निष्ठा, दोनों को टेस्ट करेंगे। ये समय भारतीय इंडस्ट्री के रूप में आपकी क्षमता, प्रतिबद्धता और साहस को दुनिया भर को दिखा देने का है। हमारा चैलेंज सिर्फ आत्मनिर्भरता ही नहीं है। बल्कि हम इस लक्ष्य को कितनी जल्दी हासिल करते हैं, ये भी उतना ही महत्वपूर्ण है।’


पीएम ने कहा, ‘एक जमाने में हमारे यहां जो परिस्थितियां थीं, उसके बाद कहा जाने लगा था-भारत क्यों। अब जो सुधार देश में हुए हैं, उनका जो प्रभाव दिखा है, उसके बाद कहा जा रहा है- भारत क्यों नहीं?’

पीएम ने कहा, ‘अब आने वाले वर्षों में आत्मनिर्भर भारत के लिए आपको पूरी ताकत लगा देनी है। इस समय दुनिया चौथी औद्योगिक क्रांति की तरफ तेज़ी से आगे बढ़ रही है। नई टेक्नॉलॉजी के रूप में चुनौतियां भी आएंगी और अनेक सॉल्यूशंस भी। इसलिए आज वो समय है, जब हमें प्लान भी करना है और एक्ट भी करना है। हमें हर साल के, हर लक्ष्य को राष्ट्र निर्माण के एक बड़े लक्ष्य के साथ जोड़ना है।’


पीएम ने कहा, ‘हमारे यहां कहा जाता है कि कर्म करते हुए 100 वर्ष तक जीने की इच्छा रखो। यह बात ASSOCHAM के लिए फिट बैठती है। बीते 100 सालों से आप सभी देश की अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने में जुटे हैं। यह बात रतन टाटा के लिए भी उतनी ही सही है। टाटा ग्रुप की देश के विकास में बड़ी भूमिका रही है।’

प्रधानमंत्री Narendra Modi ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से टाटा संस के चेयरमैन रतन टाटा को ASSOCHAM एंटरप्राइज ऑफ दी सेंचुरी अवॉर्ड प्रदान किया।

ASSOCHAM की स्थापना देश के सभी क्षेत्रों के प्रवर्तक चैंबरों ने साल 1920 में की थी। इसके अंतर्गत 400 से अधिक चैंबर और व्यापार संघ आते हैं। देश भर में इसके सदस्यों की संख्या 4.5 लाख से ज्यादा है।

ASSOCHAM का फाउंडेशन वीक 2020 15 दिसंबर से आयोजित हुआ था। आज इसका आखिरी दिन है। सप्ताह भर के इस कार्यक्रम में कई अलग-अलग विषयों को शामिल किया गया था, जिसमें देश के कई मंत्रियों, अधिकारियों और इंडस्ट्री लीडर्स ने अपनी बात रखी।


एसोचैम के महासचिव दीपक सूद ने कहा कि भारत ने अभूतपूर्व COVID-19 महामारी का पूरे साहस के साथ मुकाबला किया है। उन्होंने कहा कि इस वैश्विक स्वास्थ्य संकट ने सभी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं को प्रभावित किया है। हालांकि, इन सबके बावजूद प्रधानमंत्री के मजबूत नेतृत्व में पांच ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनने का हमारा संकल्प अब भी पहले की तरह दृढ़ है। आपको बता दें कि ASSOCHAM का पूरा नाम एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया है। इसे भारतीय वाणिज्य और उद्योग मंडल भी कहा जाता है।

Leave a Comment

Your email address will not be published.

बिहार के इन 2 हजार लोगों का धर्म क्या है? विश्व का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड कौन सा है? दंतेवाड़ा एक बार फिर नक्सली हमले से दहल उठा SATISH KAUSHIK PASSES AWAY: हंसाते हंसाते रुला गए सतीश, हृदयगति रुकने से हुआ निधन India beat new Zealand 3-0. भारत ने किया कीवियों का सूपड़ा साफ, बने नम्बर 1