ईरान और अमेरिका बीच तल्खी दिनों-दिन बढ़ती ही जा रही है। ईरान ने एक बार फिर से इराकी एयरबेस पर रॉकेट से हमला किया गया है। सूत्रों की माने तो निशाना बनाए गए एयरबेस का इस्तेमाल अमेरिकी सेना करती है। हांलाकी इस हमले से किसी जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। माना जा रहा है कि ये हमला अमेरिकी सेना को नुकसान पहुंचाने के मकसद से किया गया है। फिलहाल हमले की जिम्मेदारी अब-तक किसी ने नहीं ली है।
आपको बता दें इससे पहले भी इराक के अल बलाद एयरबेस पर 8 मोर्टार दागे गए थे, जिनमें से 7 मोर्टार ने एयरबेस के रनवे को नुकसान पहुंचाया था। इस हमले में इराक सेना के चार जवान घायल हुए थे, घायलों में दो इराकी अफसर और दो एयरमैन शामिल थे।
इसके अलावा ईरान ने इराक में स्थित अल-असद एयरबेस पर ईरान ने कई रॉकेट हमले किए थे। ये हमले अल असद और इरबिल के दो सैन्य ठिकानों पर किए गए थे। इन हमलो को देखते हुए अमेरिका की ट्रंप सरकार ने ईरान पर कुछ और नए प्रतिबंध लगा दिए थे। ये प्रतिबंध पिछले दिनों ईरान ने इराक में स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानो पर किए गए मिसाइल स्ट्राइक की वजह से लगाए गए थे।
इससे पहले दोनो देशों के बीच तनाव के बाद पहली बार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया था। अपने संबोधन में ट्रंप ने ईरान पर जवाबी कार्रवाई या हमले जैसी कोई बात नहीं कही थी। उस वक्त अपने संबोधन में ट्रंप ने ईरान पर नरमी बरतते हुए ईरान के परमाणु कार्यक्रमों पर नए प्रतिबंध लगाने की बात जरूर कही थी।
आपको बता दें अमेरिकी सेना ने बगदाद के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हमला कर दिया था जिसमें इस्लामिक रेवोल्युशन गार्ड कॉर्प्स के अधीनस्थ कोड्स फोर्स के कमांडर कासेम सोलेमानी समेत 8 लोगों की मौत हो गई थी। जिसके बाद से ही दोनो देशों के बीच स्थती तनावपूर्ण बनी हुई है।