उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व राज्यपाल अजीज क़ुरैशी शुक्रवार को आगरा पहुंचे. देर शाम पार्क शू एक्सपोर्ट्स नज़ीर अहमद के घर पर पहुंचे. जहां पर वह मीडिया से रूबरू हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के द्वारा देश का संविधान लिखा गया है. उसमें बदलाव का कोई मतलब नहीं है, लेकिन भाजपा सरकार संविधान के साथ छेड़छाड़ करना चाहती है, ऐसा नहीं होना चाहिए. अगर दोबारा भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनती है तो वह संविधान में बदलाव कर सकती है. इस दौरान उन्होंने अन्य राजनीतिक पार्टियों को साथ में चुनाव लड़ने की बात कही.
कुरैशी ने 2022 के विधानसभा चुनावों को लेकर कहा कि उनके द्वारा एक मुहिम छेड़ी गई है. वह शहर-शहर जाकर सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं से बात कर रहे हैं कि सभी पार्टियां एक प्लेटफार्म पर आकर बीजेपी को हराएं। अगर इस मुल्क को बचाना है, संविधान को बचाना है तो बीजेपी को हराना होगा. बीजेपी तब ही मात खाएगी जब सब एक हो जाएंगे. पिछले एक महीने से चल रही यह मुहिम चुनाव होने तक चलती रहेगी.
अजीज क़ुरैशी में कहा कि 2022 के साथ साथ 2024 मे केंद्र से भी बीजेपी को हटाना होगा. अगर मोदी सरकार 2024 में दोबारा से आती है तो भारत देश मे कुछ नही बचेगा, न लोकतंत्र, न संविधान कुछ नही बचेगा. धीरे धीरे देश को बेचा जा रहा है और तब तक पूरा देश बिक जाएगा इसलिए लोग जागरूक हों और देश को बचाने का काम करें.
क़ुरैशी ने कहा कि भाजपा मुसलमानों की सबसे बड़ी दुश्मन है. मुस्लिमों को बर्बाद और तबाह करने का काम भारतीय जनता पार्टी कर रही है. भाजपा के नेता सिर्फ दिखावे के लिए मुस्लिम हित की बात करते है. मुसलमानों को संभलना होगा और सबके साथ मिलकर देश को इस बार भाजपा से बचाना होगा.
एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के बारे में कहा कि असदुद्दीन ओवैसी मुसलमानों का दुश्मन है और भाजपा का एजेंट है. अगर बिहार से एआईएमआईएम चुनाव नही लड़ती तो आज वहां पर बीजेपी नही होती. भाजपा और ओवैसी मिले हुए हैं, यह सब मिलकर मुसलमानों को बर्बाद कर रहे है.
राज्यमंत्री रघुराज सिंह के ब्यान पर पूर्व राज्यपाल ने कहा कि राज्यमंत्री रघुराज सिंह जाहिल हैं. देश की आजादी में सबसे बड़ी भूमिका मुसलमानों की रही है. अंग्रेजों के समय पर सबसे पहले मदरसों ने कहा था कि अंग्रेजों की नौकरी करना हराम है. तलवार उठाओ और अंग्रेजों को देश से बाहर भगाओ. राज्यमंत्री रघुराज सिंह कहते है कि मदरसों से आतंकवादी निकलते हैं, वहां आतंक की तालीम दी जाती है. मदरसों में उर्दू, अरबी के साथ साथ हिंदी-अंग्रेजी भी पढ़ाई जाती है. मदरसों में 26 जनवरी, 15 अगस्त के त्योहार हर्ष-उल्लास के साथ मनाए जाते हैं और राष्ट्रगान अदब के साथ गाया जाता है.