राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राजेश गुप्ता ने आरक्षण बढ़ाओ न्याय दो यात्रा को लेकर जिला कमेटी के साथ बैठक की। गढ़वा चेंबर भवन में बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा द्वारा झारखंड के पिछड़े वर्ग के लोगों को उनका हक दिलाने के लिए आंदोलन किया। पिछड़े वर्ग को उनकी आबादी के हिसाब से आरक्षण का लाभ मिले इसे लेकर आरक्षण बढ़ाओ न्याय दो यात्रा की शुरुआत पूरे राज्य में की गई। इस मोर्चा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता गांव, प्रखंड, जिला और राज्य स्तर पर घूम-घूम कर लोगों को जागरुक किया।
बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश अध्यक्ष राजेश गुप्ता ने कहा कि राज्य के 52 प्रतिशत ओबीसी समुदाय के साथ राज्य गठन के समय से ही भेदभाव शुरु हो गया था जो आज भी जारी है। चाहे वो सरकार सत्ता पक्ष की हो या विपक्ष की दोनों ने ही इस समाज को हाशिये पर ढकेल दिया है।
झारखंड में ओबीसी समुदाय का आरक्षण 0% से 14%है जबकि ओबीसी समुदाय का जनसंख्या 52% है दूसरी तरफ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की आबादी के अनुसार क्रमशः 10% और 26% आरक्षण का प्रावधान है दूसरी तरफ सवर्ण समुदाय अर्थात ऊंची जातियों की आबादी लगभग 7 प्रतिशत है लेकिन सरकार उन्हें 10% आरक्षण दे रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य में ओबीसी की आबादी 52 फीसदी है। लेकिन राज्य सरकार की ओर से ओबीसी समुदाय को मात्र 14 फीसदी आरक्षण ही दिया जा रहा है। उन्हों ने ये भी कहा कि बहुत दुखद बात है कि 52% आबादी वाला ओबीसी समुदाय जागरूक नहीं है उन्हें जागरूक करने एवं सरकार पर दबाव बनाने के लिए “आरक्षण बढ़ाओ, न्याय दो यात्रा” निकाली गई। इस कार्यक्रम में महिला, पुरुष, ,नौजवान, बुद्धिजीवी बंधुवर शामिल होकर तन, मन धन से साथ दिया।