पंजाब (Punjab) में चल ही राजनीतिक कलह के बीच राज्य के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) ने कांग्रेस (Congress) के लिए नया संकट खड़ा कर दिया है. उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा है कि वह भाजपा (BJP) में नहीं जाएंगे लेकिन अब कांग्रेस में भी नहीं रहेंगे. इसके साथ ही कैप्टन ने ट्विटर के बायो से कांग्रेस का नाम हटा दिया है. सिंह ने कहा कि ‘मैं बीजेपी में शामिल नहीं होऊंगा लेकिन कांग्रेस में भी नहीं रहूंगा.’ एक इंटरव्यू में अमरिंदर सिंह ने कहा, ‘अभी तक मैं कांग्रेस में हूं लेकिन कांग्रेस में नहीं रहूंगा. मेरे साथ इस तरह का व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए था.’
सिंह ने फैसला किया है कि वह आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के खिलाफ प्रचार करेंगे और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे देंगे. मिली जानकारी के अनुसार वह एक प्रेस वार्ता में अपने फैसले का ऐलान करेंगे. हालांकि अब तक उन्होंने बीजेपी को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले है. उधर, कांग्रेस छोड़ने का ऐलान करने के कुछ देर बाद कैप्टन ने ट्विटर के बायो से कांग्रेस हटा लिया. उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस छोड़ रहे हैं लेकिन पंजाब की सेवा करते रहेंगे.
कैप्टन ने ट्विटर के बायो में अब लिखा है – ‘पूर्व सैनिक, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री, राज्य की सेवा करता रहूंगा.’ कैप्टन ने इसी महीने का पंजाब के सीएम पद से इस्तीफा दिया था. जिसके बाद चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम बनाया गया था.
एक इंटरव्यू में कैप्टन ने कहा कि मई में हुए एक सर्वे में साफ था कि कांग्रेस की लोकप्रियता कम हो रही है और आम आदमी पार्टी की लोकप्रियता में इजाफा हो रहा है. कैप्टन के ऐलान के बाद अब आसार है कि वह नई पार्टी बना सकते हैं. दूसरी ओर आशंका जताई जा रही कि अगर कैप्टन कांग्रेस छोड़ने का फैसले पर अंतिम निर्णय लेते हैं तो जी -23 के नेता, पंजाब कांग्रेस के कुछ विधायक और सांसद भी उनके साथ जा सकते हैं.
दूसरी ओर कैप्टन की शाह से मुलाकात के बाद पंजाब सरकार के मंत्री राज कुमार वेरका ने कहा है कि पूर्व सीएम भाजपा में नहीं शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह पार्टी से थोड़ा नाराज हैं लेकिन उनको मना लिया जाएगा. वेरका ने कहा कि जब तक किसानों मुद्दा हल नहीं होता तब तक कोई भी नेता भाजपा में जाए, पंजाब के लोग उसको मंजूर नहीं करेंगे.