मणिपुर (Manipur Landslide) के नोनी जिले में एक रेलवे निर्माण स्थल पर हुए भीषण भूस्खलन में 7 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य लोग लापता हो गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक, यह घटना बुधवार रात टुपुल यार्ड रेलवे निर्माण शिविर में हुई। उन्होंने बताया कि 6 लोगों के शवों को निकाल लिया गया है और कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है. बचाव अभियान जारी है।
भूस्खलन के कारण इजेई नदी में आई रूकावट
भूस्खलन के कारण बड़े पैमाने पर मलबे ने इजेई नदी को अवरुद्ध कर दिया है, जिससे एक जलाशय बन गया है, जो निचले इलाकों को जलमग्न कर सकता है। नोनी जिले के उपायुक्त द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि टुपुल यार्ड रेलवे निर्माण शिविर में भूस्खलन के कारण हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में 7 लोगों की मौत हो गयी है और कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। भूस्खलन के कारण बड़े पैमाने पर मलबे ने इजेई नदी को अवरुद्ध कर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप एक जलाशय बन गया है, जो नोनी जिला मुख्यालय के निचले इलाकों को जलमग्न कर सकता है।
पीएम मोदी ने किया ट्वीट
इस बीच प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर (Manipur) के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की है। पीएम मोदी ने कहा कि भूस्खलन के कारण स्थिति की समीक्षा की, और केंद्र से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया गया है। वहीं, अमित शाह ने कहा कि राष्ट्रीय एनडीआरएफ (NDRF) की एक टीम भूस्खलन वाली जगह पर पहुंच गई है, जबकि दो और टीम जल्द ही पहुंच जाएंगी।
सीएम बीरेन सिंह ने लिया स्थिति का जायजा
मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने स्थिति का जायजा लेने के लिए एक आपात बैठक बुलाई है। एन बीरेन सिंह ने ट्वीट किया, टुपुल में हुई भूस्खलन की घटना का आकलन करने के लिए आज एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई। खोज और बचाव अभियान पहले से ही चल रहा है। मृतकों और लापता लोगों के लिए प्रार्थना करें। उन्होंने कहा कि बचाव अभियान में सहायता के लिए डॉक्टरों के साथ एम्बुलेंस भी भेजी गई हैं। मणिपुर (Manipur) के राज्यपाल एल गणेशन ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है।