नई दिल्ली- लद्दाख में सेनाएं पीछे हटाने को लेकर भारत-China के बीच कोर कमांडर स्तर की चौथे दौर की वार्ता 14 घंटे तक चली लेकिन दोनों देशों के बीच सहमति नहीं बन सकी है। चर्चा लद्दाख के चुशूल में हो रही थी। दोनों देशों के बीच कोर कमांडर स्तर की बैठक मंगलवार सुबह साढ़े 11 बजे शुरू हुई थी और रात 2 बजे तक चली।
China गरम से नरम हो गया। लेकिन China की चालबाजी वाली फितरत अभी कायम है और इसीलिए China के साथ लद्दाख में एलएसी पर तनाव अभी कायम है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है भारत और China के बीच कोर कमांडर स्तर की बातचीत। China के अड़ियल रवैये की वजह से चौदह घंटे चली बातचीत में भी ज्यादा प्रगति नहीं हुई।
बातचीत में सहमति नहीं बनने के चलते पैंगोंग से सेना की वापसी का मामला सबसे ज्यादा उलझ गया है। डेपसांग में भारत के गश्ती दल को रोकने पर भी चर्चा हुई। China की आर्टिलरी के पीछे हटने का विवाद अभी भी बरकरार है। इस बीच जानकारी मिल रही है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 17-18 जुलाई को लद्दाख के अग्रिम मोर्चे पर जाएंगे।