चीन मेें आयोजित 10वीं अंतरराष्ट्रीय पारंपरिक कला प्रदर्शनी में भारत ने भी हिस्सा लिया। इसकाआयोजन शंघाई कला संग्रहालय में बीते 11 जून को किया गया। इस कला प्रदर्शनी में चीन और भारत के साथ-साथ जापान, दक्षिण कोरिया, तुर्की, ईरान और अमेरिका की कलाकृतियों को भी प्रदर्शित किया गया। भारत की ओर से इस प्रदर्शनी में भारत की लोक चित्र कला मधुबनी पेंटिंग्स को प्रदर्शित किया गया। जो सभी के आकर्षण का केंद्र रहा। खासकर मधुबनी पेंटिंग्स में बने पशु पक्षी और देव देवताओं के चित्रों को कलाप्रेमियों और क्रिटिक्स ने खूब पसंद किया।
इस दौरान कला प्रदर्शनी के साथ-साथ एक निवेश पर चर्चा भी आयोजित की गई थी। इस मौके पर शंघाई में भारत के कॉन्सुल जनरल अनिल राय ने महामारी से निपटने हेतु अर्ली वार्निंग सिस्टम के साथ साथ मानवता की स्वास्थ्य सुरक्षा और कोरोना महामारी से आने वाली चुनौतियों से निपटने में उपयोगी विषयों पर निवेश केंद्रित करने चर्चा की और अपना पक्ष रखा। इसके साथ ही कहा कि इस तरह के आयोजन से देश एकदूसरे की लोक चित्रकला और सांस्कृतिक धरोहर को समझने का मौका मिलता है।