पंजाब के कई हिस्सों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। इसका कारण है कि पाकिस्तान ने अपने यहां से पानी छोड़ा है जिससे सतलुज नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने वाला है। जिसके बाद फिरोजपुर जिले के कई गांव बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं।
अधिकारियों ने रविवार को बताया कि फिरोजपुर जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है तथा एहतियात के तौर पर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और सेना की टीम तैनात की गई है। पंजाब सरकार के प्रवक्ता ने कहा, ‘पाकिस्तान ने बड़ी मात्रा में पानी छोड़ा है जिससे तेंदिवाला गांव में तट को नुकसान हुआ है और कुछ गांवों में बाढ़ का खतरा है’।जिला प्रशासन ने सतलुज नदी के किनारे अत्यधिक संवेदनशील गांवों से एहतियात के तौर पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की घोषणा की है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग, खाद्य एवं आपूर्ति तथा अनय विभागों की विभिन्न टीमों को भी तैयार रखा गया है।
कुछ दिन पहले भी पाकिस्तान द्वारा पानी छोड़े जाने पर फिरोजपुर जिले के 17 गांवों में बाढ़ आ गई थी। वहीं रविवार को मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने राहत अभियान के निरीक्षण में लगे सभी मंत्रियों एवं उपायुक्तों को सतर्कता बढ़ाने का निर्देश दिया था।
सीएम ने बुलाई बैठक
मौसम विभाग ने 25 अगस्त को राज्य में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान जताया है। साथ ही कई दशकों में पहली बार भीषण बाढ़ का प्रकोप झेल रहे क्षेत्रों में भी फिर बारिश की संभावना जतायी गई है। मुख्यमंत्री ने बाढ़ राहत उपायों पर रविवार को विस्तृत समीक्षा बैठक भी बुलायी है। सीएम ने ट्वीट किया, ‘फिर वर्षा होने के मद्देनजर हमने सभी प्रभारी मंत्रियों एवं उपायुक्तों को सतर्कता बढ़ाने का निर्देश दिया है। आज दो बजे हमने बाढ़ राहत उपायों पर एक विस्तृत बैठक बुलायी है’।
सीएम ने चार मंत्रियों- चरणजीत सिंह चन्नी, सुंदर सिंह अरोड़ा, गुरप्रीत सिंह कांगर और भरत भूषण आशु को बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित जालंधर, कपूरथला और रूपनगर जिलों में राहत अभियानों के निरीक्षण में लगा रखा है। पंजाब 1988 के बाद से पहली बार ऐसी स्थिति से गुजर रहा है।