अगर आपका सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुट पर अकाउंट है तो सावधान हो जाइए। फेसबुक पर एक बार फिर से यूजर्स की प्राइवेसी को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। आपको बता दें सिक्योरिटी रिसर्चर बॉब डियाचेन्को ने एक डेटाबेस ढूंढा है जहां 267 मिलियन फेसबुक यूजर्स का डेटा पाया गया है। यहां हैरान करने वाली बात ये है कि जिस सर्वर में डेटा रखा गया है वो सिक्योर नहीं है और न ही पासवर्ड प्रोटेक्टेड है।
रिपोर्ट की माने तो 267 मिलियन यूजर्स की आईडी, फोन नंबर्स और नाम ऑनलाइन पब्लिक हो गए हैं। इतना ही नहीं ये डेटाबेस इतने कमजोर हैं कि इसे बिना पासवर्ड और ऑथेन्टिकेशन के ऐक्सेस किया जा सकता है। वहीं इस डेटा लीक का पता लगाने वाले रिसर्चर बॉब डियाचेन्को का मानना है कि फेसबुक का ये डेटा अवैध स्क्रैपिंग ऑपरेशन या फेसबुक API का गलत यूज करके कलेक्ट किया गया है।
सिक्योरिटी रिसर्चर बॉब डियाचेन्को ने ये भी साफ किया है कि फेसबुक का यूजर डेटा हैकर फोरम में एक जगह पर डाउनलोड लिंक के साथ अपलोड किया गया है। हालांकि इस बात की अभी पुष्टी नहीं हो पाई है कि इन सभी फेसबुक डेटा का गलत इस्तेमाल किया गया है या नहीं। आम तौर पर इस तरह के डेटा लीक के बाद हैकर्स डार्क वेब से डेटा कलेक्ट करते हैं। जिसके बाद यूजर के अकाउंट में ऐक्सेस करके उनका नुकसान किया जा सकता है।