पाकिस्तानी बॉर्डर एक्शन टीम यानी बैट (BAT)। एक ऐसी टीम जो क्रूरता की हर हद को पार कर जाती है। बैट वो टीम है जो दूसरे देश के सैनिकों को घात लगा कर मारने के साथ ही उनके शवों को बुरी तरह से क्षत-विक्षत करती है। पहले भी कई बार जवानों के सिर काटने की घटनाओं में बैट का नाम सामने आया है। हैरानी की बात यह है कि पाकिस्तान बैट की इन हरकतों की खबरों का हमेशा से ही खंडन करता आया है । गौरतलब है कि अगर ऐसी घटनाओं को अंजाम देते हुए बैट का कोई सदस्य पकड़ा जाए या उसकी हत्या कर दी जाए तो पाकिस्तान उसे अपना सैनिक भी नहीं मानता है।
सेना के कमांडो के साथ आतंकी भी लेते हैं हिस्सा
बैट में सेना के कमांडो के साथ ही आतंकवादियों को भी ट्रेनिंग दे कर शामिल किया जाता है। इस टीम के सदस्यों की ट्रेनिंग ऐसी होती है कि ऑपरेशन के वक्त ये क्रूरता की सारी हदों को पार कर सकें। ऐसे में संदेह इसलिए भी नहीं रहता है क्योंकि जिस टीम में आतंकवादियों को ट्रेनिंग दी जाती हो उसके लिए युद्ध के नियमों की उम्मीद करना ही गलत है। छापामार युद्ध भी बैट की खासियत में से एक है इसके लिए यह टीम स्पेशल ग्रुप के साथ काम करती है।
पाकिस्तान फौज की खूनी टुकड़ी के तौर पर कुख्यात बैट सीमा के अंदर घुस कर घटना को अंजाम देती है । सालों से कश्मीर में चल रहे छद्म युद्धों के लिए पाकिस्तान जानबूझ कर इस टीम में आतंकियों की भरती करता है ताकि अगर वह पकड़े जाएं तो उनसे आसानी से पीछा छुड़ाया जा सके और पाक सेना किसी भी सवाल के घेरे में न आए। पाकिस्तान की सेना बैट को घुसपैठ कराने के लिए कवर फायर देती है ताकि गोलीबारी की आड़ में यह टीम घुसपैठ को अंजाम दे सके।
पाकिस्तान की सेना के साथ यह टीम करीब आठ महीने तक ट्रेनिंग लेती है। साथ ही पाकिस्तान की वायुसेना के साथ भी इस टीम का करीब चार हफ्ते तक प्रशिक्षण चलता है। यह टीम भारत की ब्लैक कैट कमांडो टीम के जैसे हथियारों का इस्तेमाल करती है।