सरकार ने कोरोना(Corona)जैसी वैश्विक महामारी के बीच भुखमरी का दंश झेल रहे गरीबों को मुफ्त में अनाज देने की घोषणा की है,साथ ही अनाज पीडीएस(PDS) की दुकानों में भी भेज रही है।लेकिन इस लॉकडाउन(Lockdown) में भी गरीबों के अनाज की कालाबाजारी करने से माफिया बाज नहीं आ रहे हैं।
बिहार में जब से सरकार ने मुफ्त अनाज देना शुरू किया है तब से डीलर,राशन कार्डधारकों को कम वजन में अनाज दे रहे हैं और बाकी बचा अनाज बाजार में खुलेआम बेचा जा रहा है।
गरीब लगातार राशन की दुकानों से राशन न मिलने की शिकायतें भी दर्ज कराते रहते हैं,लेकिन इन शिकायतों को आपूर्ति विभाग के अधिकारी जांच के नाम पर रद्दी की टोकरी में डालते रहते हैं।
रविवार को मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बाजितपुर में भूख से मर रहे लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और कालाबाजारी के लिए पिकअप वैन पर सरकारी अनाज को आक्रोशित ग्रामीणों ने पकड़ लिया।जब इसकी जानकारी पर जांच के लिए प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी ;एमओद्ध पहुंचे तो लोगों ने उन्हें भी काफी देर तक बंधक बना लिया।आक्रोशित लोग उच्च अधिकारियों को बुलाने की मांग पर अड़ गए।
बाद में काफी संख्या में पहुंची पुलिस ने लाठीचार्ज कर बंधक बने एमओ को मुक्त कराया और डीलर के पति को हिरासत में ले लिया। वहीं,वारिसनगर प्रखंड में भी डीलर द्वारा कम अनाज देने को लेकर ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दी। बाद में दोनों जगहों पर प्रशासन ने कार्रवाई का आश्वासन दिया, इसके बाद मामला शांत हुआ।