भगवान बद्रीनाथ(Badrinath) के कपाट 6 महीने की शीतकालीन अवधि के लिए बंद कर दिए जाएंगे, शाम 5 बजकर 13 पर कपाट को बंद किया जाएगा। प्रभु बद्रीविशाल के दर्शन का आज अंतिम दिन(रविवार) है। सुबह सवेरे भगवान बद्रीनाथ का फूलों से श्रृंगार किया गया, साथ ही कई रत्न जड़ित माला और आभूषण पहनाकर उन्हें शुशोभित किया गया। आज पूरे दिन भगवान बद्रीनाथ के कपाट खुले रहेंगे, दोपहर में भोग लगने के बाद भी मंदिर बंद नहीं किया जाएगा और श्रद्धालु अपने आराध्य के दर्शन कर सकेंगे। बता दें कि कपाट बंद होने के अवसर पर दूर-दूर से बड़ी संख्या श्रद्धालु भगवान बद्रीविशाल के दर्शन करने पहुंच रहें हैं।
भगवान बद्रीनाथ के कपाट बंद होने की तैयारियां भी अनुष्ठान की तरह होती हैं। मुख्य द्वार (सिंहद्वार) और मंदिर को फूलों से सजाया जाता है। वही कपाट बंद होने से पूर्व भगवान का भव्य पुष्प श्रंगार होता है। कपाट बंद होने से पूर्व शनिवार को भगवान को भोग लगाने के बाद मुख्य पुजारी को माता लक्ष्मी को वहां विराजमान होने न्यौता देते हैं।