दिल्ली की एक अदालत से सशर्त जमानत पर रिहा भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद शुक्रवार को फिर से जामा मस्जिद पहुंच गए और वह यहां हो रहे CAA विरोधी प्रदर्शन में शामिल हुए। चन्द्रशेखर ने जामा मस्जिद की सीढ़ियों पर बैठकर संविधान की प्रस्तावना पढ़ी। जामा मस्जिद के बाहर प्रदर्शन में शामिल होने के बाद चंद्रशेखर ने कहा, वह देश के संविधान को सर्वोपरि मानते हैं। आज मैं यहां अपने परिवार के लोगों से मिलने आया हूं। क्योंकि पिछले दिनों इसी जगह पर मुझे मेरे परिवार से दूर कर दिया गया था। बीते 21 दिसंबर को जामा मस्जिद के बाहर सीएए और एनआरसी के विरोध में ऐसे ही एक प्रदर्शन के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था।
रिहा होने के बाद शुक्रवार सुबह मंदिर के बाहर मीडिया से बात करते हुए चंद्रशेखर ने कहा, कोर्ट की सभी शर्तों को मानेंगे और शुक्रवार शाम तक दिल्ली से बाहर चले जाएंगे। भीम आर्मी चीफ ने मीडिया के सामने भारतीय संविधान की कॉपी दिखाई और कहा, वह आज ही सहारनपुर लौट जाएंगे।
करीब 25 दिन तक तिहाड़ जेल में रहने के बाद गुरुवार को ही चंद्रशेखर को रिहा किया गया है। जमानत देते हुए अदालत ने उन्हें शुक्रवार रात 9 बजे तक दिल्ली छोड़ने का निर्देश दिया था। आजाद को जमानत देते हुए अदालत ने कहा था कि वह चार हफ्तों तक दिल्ली नहीं आ सकेंगे और चुनावों तक कोई धरना भी नहीं आयोजित करेंगे। शुक्रवार को भीम आर्मी चीफ सबसे पहले मंदिर गए।