Lord vishnu

क्यों पहने जाते हैं बृहस्पतिवार के दिन पीले रंग के कपड़े,जानिए इसके महत्व

Pile Vastra ka Mahatva: हिन्दू पुराणों (Hindu Puran) में सप्ताह का हर एक दिन किसी खास देवता को समर्पित होता है। उन्हीं में से एक दिन गुरुवार है जो भगवान विष्णु (Lord Vishnu) को समर्पित किया गया है। इस दिन लोग समृद्धि पाने और भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए उनका व्रत भी करते हैं। साध ही गुरुवार का दिन साईं बाबा (Sai Baba) का दिन भी माना जाता है। साईं बाबा (Sai Baba) के भक्त वैसे तो देशभर में हैं लेकिन महाराष्ट्र में भक्तों की संख्या ज्यादा है।

अक्सर आपने देखा होगा कि गुरुवार को लोग पीले कपड़े पहनते हैं। उन्हें देखकर आपके मन में भी आया होगा कि ये लोग गुरुवार को पीले रंग के कपड़े क्यों पहनते हैं। आज हम बताएंगे कि गुरुवार को पीले रंग के वस्त्र धारण करने से क्या फायदे होते हैं और क्या है इसका महत्व। (Importance of wearing yellow on Thursday)

भगवान विष्णु की विशेष कृपा मिलती है
पुराणों के अनुसार भगवान विष्णु (Lord Vishnu) को पीला रंग (Yellow color) अत्यंत प्रिय है और यह दिन भगवान विष्णु का होता है इसलिए लोग भगवान विष्णु को प्रसन्न करने और उनकी कृपा पाने के लिए पीला वस्त्र धारण करते हैं और पूजा कर भोग में उन्हें पीले रंग के भोजन का भोग भी लगाते हैं। साथ ही गुरूवार को साईं बाबा का दिन भी मन जाता है इसलिए साईं बाबा को मानने वाले भी इस दिन पीले वस्त्र धारण करते हैं और पीले रंग का भोजन करते हैं।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार
ज्योतिष शास्त्र में गुरूवार को बृहस्पतिवार भी कहा जाता है। बृहस्पति आकार में सभी ग्रहों से बड़ा होता है इसीलिए इसे ग्रहों का गुरु भी कहा जाता है अतः गुरूवार को गुरु की पूजा और पीले रंग का विशेष महत्व होता है।

शादी में व्यवधान को दूर करे
साथ ही पुराणों में यह भी उल्लेख मिलता है की यदि किसी लड़के या लड़की की शादी नहीं हो रही है, या शादी में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है तो गुरुवार के दिन पीले वस्त्र धारण कर भगवान विष्णु की उपासना करने से सारी रुकावटें खुद ही खत्म हो जाती हैं और शादी के योग बनने लगते हैं।

देवी देवताओं को अतिप्रिय
ऐसा भी माना जाता है की देवी-देवताओं को पीला रंग अत्यंत प्रिय होता है। इसलिए जो व्यक्ति पीले रंग के वस्त्र पहनकर पूजा पाठ करते हैं। उन्हें बहुत लाभ होता है. इसके अलावा इस दिन केले के पेड़ की पूजा करें और प्रसाद में चने की पीली दाल, गुड़ और केला चढ़ाएं।

Leave a Comment

Your email address will not be published.

बिहार के इन 2 हजार लोगों का धर्म क्या है? विश्व का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड कौन सा है? दंतेवाड़ा एक बार फिर नक्सली हमले से दहल उठा SATISH KAUSHIK PASSES AWAY: हंसाते हंसाते रुला गए सतीश, हृदयगति रुकने से हुआ निधन India beat new Zealand 3-0. भारत ने किया कीवियों का सूपड़ा साफ, बने नम्बर 1