आरबीआई (RBI) 2023 में रेपो रेट में 75 बेसिस पॉइंट (0.75 फीसदी) की कटौती कर सकता है। यह कहना है रेटिंग एजेंसी नोमूरा का. 2023 के लिए नोमूरा की मैक्रोइकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट में सोनल वर्मा और और ऑरोदीप नंदी ने लिखा है, “हमें लगता है कि अगले साल वृद्धि दर के तेजी से नीचे आने और महंगाई के थोड़ा शांत होने के बाद एमपीसी ब्याज दरों में कटौती करेगी।” उन्होंने आग कहा की जब विकास दर काफी निराशाजनक हो जाएगी तब 4 फीसदी महंगाई दर के लक्ष्य को हासिल करने के लिए समयावधि आगे बढ़ा दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि तब विकास की और बलि देना संभव नहीं होगा। इसके अलावा 2024 चुनाव से पहले आर्थिक वृद्धि को समर्थन देने का दबाव और बढ़ जाएगा। नोमूरा को उम्मीद है कि आरबीआई (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) धीरे-धीरे ब्याज दरों में कटौती शुरू करेगी। इसकी शुरुआत अगस्त 2023 में ब्याज दर में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती से होगी। इसके बाद अक्टूबर और दिसंबर में रेपो रेट को घटाते हुए 5.75 फीसदी पर ले आया जाएगा।
आरबीआई ने बढ़ाया रेपो रेट
नोमूरा ने यह भविष्यवाणी ऐसे समय पर की है जब केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट को बढ़ाकर 6.25 फीसदी कर दिया है। आरबीआई (RBI) ने लगातार पांचवीं बार रेपो रेट में वृद्धि की है। इसके अलावा जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को घटाकर 6.8 फीसदी कर दिया है। गौरतलब है कि नोमूरा ने 2022-23 के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान 6.6 फीसदी लगाया है।
मुश्किल भरा होगा अगला साल
नोमूरा की रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2000-23 भारत के लिए काफी मुश्किल भरा साल रहने वाला है। वर्मा और नंदी का कहना है कि भारत को वैश्विक सुस्ती और घरेलू स्तर पर धीमी रिकवरी का सामना करना पड़ेगा। आपको बता दें कि आरबीआई ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.5 फीसदी रखा है।
1 बढ़ोतरी 3 कटौती
नोमूरा के मुताबिक, फरवरी में आरबीआई (RBI) रेपो रेट में एक बार फिर वृद्धि करेगा। नोमूरा का मानना है कि इस बार रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी की जाएगी। इसका मतलब है कि अगले साल आरबीआई (RBI) रेपो रेट में एक बार वृद्धि और तीन बार कटौती करेगा। बात करें महंगाई की तो नोमूरा का मानना है कि जारी वित्त वर्ष में महंगाई दर 6.8 फीसदी रहेगी। वित्त वर्ष 2023-24 में महंगाई दर गिरकर 5 फीसदी पर आ जाएगी। इसके बाद 2024-25 में भारत में खुदरा महंगाई दर 4.9 फीसदी रहेगी। बता दें कि आरबीआई ने 2022-23 में महंगाई दर के 6.7 फीसदी रहने का अनुमान जताया है।