कौन हैं धीरज साहू, जिनके ठिकानों पर मिला नोटों का ‘Mt. Everest’

कांग्रेस सांसद धीरज साहू के ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापा मारा था. उनके यहां से इतने नोट मिले कि मशीनें गिनते-गिनते खराब हो गईं. टैक्स चोरी के शक में आयकर विभाग के अधिकारियों ने छापेमारी की. आयकर विभाग की टीम के साथ सीआईएसएफ के जवान भी शामिल थे.

झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य धीरज साहू चर्चा में हैं. आयकर विभाग ने तीन राज्यों में उनके आधा दर्जन ठिकानों पर बुधवार को छापेमारी की. आयकर विभाग ने झारखंड और ओडिशा में बौध डिस्टिलरीज प्राइवेट लिमिटेड (शराब बनाने वाली कंपनी) छापेमारी की और कंपनी से जुड़े परिसरों से भारी मात्रा में नोट बरामद किए. अधिकारियों के मुताबिक, ओडिशा के बोलांगीर और संबलपुर तो झारखंड के रांची और लोहरदगा में तलाशी हुई.

सूत्रों के मुताबिक, करोड़ों रुपये के नोटों की गिनती हो चुकी थी, लेकिन नोटों की संख्या इतनी अधिक होने के कारण मशीनों ने काम करना बंद कर दिया. बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड पर टैक्स चोरी के शक में आयकर विभाग के अधिकारियों ने कई स्थानों पर छापेमारी की थी. आयकर विभाग की टीम के साथ सीआईएसएफ के जवान भी शामिल थे.

सूत्रों ने बताया, छापेमारी बुधवार को शुरू की गई थी और विभाग के अधिकारियों ने नकदी की वास्तविक मात्रा का पता लगाने के लिए नोट गिनती करने की मशीन का उपयोग किया. उन्होंने कहा कि उक्त नकदी बेहिसाबी प्रतीत होती है. नोटों को बैंक तक लाने के लिए 157 बैग खरीदे गए, जो कम पड़ गए. फिर बोरे लाए गए. इसमें नोटों को भरा गया और ट्रक में रखकर बैंक पहुंचाया गया.

कौन हैं धीरज साहू?

धीरज साहू की बात करें तो वह कांग्रेस के नेता है. वह झारखंड से राज्यसभा के सांसद हैं. धीरज साहू बिजनेसमैन हैं. वह उद्योगपति परिवार से आते हैं. धीरज साहू के भाई शिव प्रसाद साहू भी सांसद रह चुके हैं. आजादी के बाद से ही धीरज का परिवार कांग्रेस पार्टी से जुड़ा रहा है. धीरज साहू ने 1977 में राजनीति में कदम रखा. 1978 में जेल भरो आंदोलन के दौरान वह जेल भी गए. जून 2009 में वह पहली बार राज्य सभा के लिए चुने गए.

धीरज सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं. वह कांग्रेस के दिग्गज नेताओं से जुड़े संदेश एक्स पर पोस्ट करते रहते हैं. धीरज 2020 में उस वक्त चर्चा में आए थे, जब सुप्रीम कोर्ट ने उनके निर्वाचन से जुड़ी एक याचिका को खारिज कर दिया था. बीजेपी के उम्मीदवार प्रदीप सोथांलिया ने उनके निर्वाचन को चुनौती दी थी. 2018 में हुए राज्यसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी प्रदीप सोंथालिया ने धीरज साहू के राज्यसभा में निर्वाचन को चुनौती दी थी.

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