COVID-19 कोरोना वायरस ने दुनियां के करीब 120 से भी ज्यादा देशों में अपने ज़द में ले लिया है। चीन से शुरू होकर ईरान और इटली में अब तक हजारों की जान जा चुकी है वहीं एक लाख से भी ज्यादा लोग कोरोना से ग्रसित हैं। कोरोना वायरस को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी महामारी घोषित कर किया है। वहीं स्थिती की गंभीरता को देखते हुए भारत सरकार ने विदेश से आने वाले लोगों का वीजा 15 अप्रैल तक के लिए रद्द कर दिया है। इसमें किसी भी देश के अधिकारी, राजनायिक, अंतरराष्ट्रीय संगठनों के कर्मचारी और सयुंक्त राष्ट्र संघ के अधिकारी शामिल नहीं होंगे, ये फैसला केवल आम नागरिको के लिए लिया गया है। आपको बता दें ये प्रतिबंध 13 मार्च 2020 से ही लागू हो जाएगा, और फिलहाल 15 अप्रैल तक मान्य रहेगा। इसके साथ ही भारतीय नागरिकों को फिलहाल के लिए विदेश यात्रा ना करने की सलाद दी गई है, और जो भारतीय विदेशों से यात्रा करके लौटे हैं उन्हें कम से कम 14 दिन तक जांच के लिए अलग रखा जा सकता है।
कोरोना वायरस के मरीजो की संख्या भारत में दिन पर दिन बढ़ती जा रही है अब तक 60 मामलो की पुष्टी हो चुकी है। कोरोना वायरस पर स्वास्थ्य मंत्रालय भी अलर्ट है। केंद्रीय स्वस्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन खुद इस मामले पर नजर बनाएं हुए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय में लगातार बैठको का दौर जारी है। इसे लेकर बीते बुधवार को भी दिल्ली के निर्माण भवन में स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन की अध्यक्षता में बैठक की गई थी जिसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर, हरदीप सिंह पुरी, नित्यानंद राय, अश्विनी चौबे समेत कई केंद्रीय मंत्री ने हिस्सा लिया। जिसमें COVID-19 कोरोना वायरस से जुड़े कई अहम फैसले लिए गए। जिसमें अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के तहत होने वाली आवाजाही पर भी तय चेक पोस्टों पर नजर रखने के सख्त हिदायत दी गई है। साथ ही हर चेक पोस्ट पर स्क्रीनिंग किए जाने के आदेश जारी किए गए हैं।