कभी आपको लगा है कि पहले भी घट चुकी है कोई घटना? यूं ही नहीं होता ऐसा एहसास! जानें क्या है Deja Vu

शनिवार की शाम है. आप अपने दोस्तों के साथ किसी रेस्टोरेंट में बैठे हैं. अपना मनपसंद खाना खा रहे हैं. अगले दिन रविवार है इसलिए कॉलेज-ऑफिस जाने की कोई चिंता नहीं है. हंसी-मजाक भरपूर हो रहा है. अचानक एक पल ऐसा आता है कि आपको लगता है जैसे ये पूरी घटना पहले भी हो चुकी है! वही दोस्त, एक साथ खाना खाते हुए, वही बातें करते हुए जो पहले आपने कभी की थी.

ये स्थिति पढ़कर हैरानी हुई? बेशक हुई होगी. आपको लगा होगा कि आखिर हमें आपके एहसास के बारे में कैसे पता? हमें कैसे पता चला कि आपको अचानक महसूस हुआ कि आप किसी घटना का अनुभव पहले भी कर चुके हैं? चौंकिए मत! क्योंकि आप अकेले नहीं हैं जो ऐसा अनुभव करते हैं. दुनिया में बहुत से लोग करीब-करीब हर दिन ऐसा मेहसूस करते हैं और चौंकाने वाली बात ये है कि उन्हें पता ही नहीं कि ये अजीबोगरीब एहसास (Weird feeling that something happened previously) उन्हें कैसे आता है!

क्या होता है डेजा वू?
चलिए इन सवालों के जवाब हम आपको तफ़सील से देते हैं. इस एहसास को कहते हैं, डेजा वू (Deja Vu kya hota hai). ये एक फ्रेंच शब्द है जिसका अर्थ है पहले भी देखा हुआ. जो लोग इस एहसास को मेहसूस करते हैं, उनका दावा है कि कोई घटना वो पहले भी अनुभव कर चुके हैं जबकि वो उनके साथ पहली ही बार घट रही है. उदाहरण के तौर पर, सोचिए कि आप दिल्ली में रहते हैं और जिंदगी में पहली बार मुंबई घूमने गए हैं. मुंबई में आप अचानक किसी एतिहासिक इमारत में घूमने जाते हैं और आपको लगने लगता है जैसे कि आप यहां पहले भी आ चुके हैं. आप उसी प्रकार चलकर इमारत के अंदर गए हैं और उसी अंदाज में खड़े हुए हैं जैस उस वक्त खड़े हैं. इसी एहसास को कहते हैं डेजा वू (Deja Vu causes).

क्यों होता है डेजा वू?
अब सवाल ये उठता है कि ये एहसास क्यों होता है? डेजा वू दिमाग के टेंपोरल लोब में होता है. ये भाग इमोशन प्रोसेस करने के लिए या फिर शॉर्ट टर्म मेमोरी के लिए होता है. जब इस लोब में सीजर यानी मस्तिष्क के विद्युत संकेतों में बदलाव आता है तब हम डेजा वू का अनुभव करते हैं. वैज्ञानिकों के पास अभी भी इतनी जानकारी नहीं है कि वो इसका सही अंदाजा लगा पाएं. कई वैज्ञानिकों का मानना है कि दिमाग पहले से कुछ बातों और परिस्थितियों का अंदाजा लगा लेता है या फिर मन किसी भी अंजान घटना को लेकर एक रूपरेखा तैयार कर लेता है. जब उसी से मिलती-जुलती कोई घटना होती है तो हमें लगता है कि ये पहले भी हो चुकी है. दिमाग हमें कई बार पिरिस्थिति को लेकर गलत संकेत देने लगता है और किसी एक चीज को पुरानी किसी बात या खयाल से जोड़कर हमें बताता है. कई लोगों का तो ये भी कहना है कि डेजा वू हमारे पूर्व जन्म से जुड़ी है.

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