दिल्ली से वाराणसी (Delhi to Varanasi) तक चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) की सुरक्षा को लेकर सरकार सजग है, इसी सिलसिले में अब रेल पटरियों के दोनों तरफ दीवारें खड़ी करने का काम जल्द शुरू हो जाएगा। इन दीवारों के खड़े होने से मवेशियों का ट्रेन से टकराने का खतरा लगभग खत्म हो जाएगा, साथ ही रेल की पटरी पर वाहनों का गलत तरीके से निकलने का सिलसिला भी रुकेगा, इसके अलावा ट्रेन भी पूरी तरह से सुरक्षित रहेगी और अपनी स्पीड के अनुसार बिना किसी रूकावट के पटरियों पर सरपट दौंड पाएगी।
ट्रैक के दोनों ओर दीवार बन जाने से ट्रेन की स्पीड को बार-बार कम ज्यादा नहीं करना पड़ेगा। बता दें कि ये प्रोजेक्ट पास हो चुका है, जल्दी ही इसपर काम शुरू होगा। रेल राज्यमंत्री सुरेश सी अंगड़ी ने कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर इस बात की अधिकारियों से चर्चा की। वह ट्रेन-18 से वाराणसी जा रहे थे।
वंदे भारत की अधिकतम स्पीड 130 किमी प्रति घंटा है, जो लगभग इसी स्पीड से चलती है। औसत स्पीड 110 किमी प्रति घंटे की है। अगर ट्रैक को अपग्रेड कर दोनों तरफ दीवारें बन जाएंगी तो इसकी स्पीड बढ़ाई जा सकती है। कई बार इस ट्रेन पर ग्रामीणों के पत्थरबाजी की घटनाओं भी हुईं, जिससे ट्रेन के शीशे टूटे हैं।
उधर मोदी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट बुलेट ट्रेन का खाका भी तैयार है प्रोजेक्ट के टेंडर नवंबर 2019 में खुलेंगे और मार्च 2020 तक बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का कामकाज शुरू कर दिया जाएगा और दिसंबर 2023 तक प्रोजेक्ट को पूरा कर दिया जाएगा। ये ट्रेन अहमदाबाद से मुंबई के बीच चलेगी।