बिहार विधानसभा चुनाव में NDA को जीत मिली है और फिर एक बार Nitish Kumar राज्य के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। NDA को कुल 125 और महागठबंधन को 110 सीटें मिली हैं। NDA में BJP सबसे बड़ी पार्टी बनी है, आज शाम दिल्ली में BJP मुख्यालय में जश्न की तैयारी है।
पटना बीजेपी दफ्तर के बाहर लगे पोस्टर
बिहार के पटना में भी BJP दफ्तर के बाहर पोस्टर लगने का सिलसिला जारी है। इन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगी हुई है और बिहार की जनता का धन्यवाद किया गया है।
जश्न की तैयारी में भाजपा
बिहार चुनाव में मिली ऐतिहासिक जीत के बाद BJP में जश्न का माहौल है। अब NDA को बहुमत मिल गया है और बीजेपी NDA में सबसे बड़ा दल बना है। दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में जश्न की तैयारी है। आज शाम 5 बजे BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा मुख्यालय पहुंचेंगे, साथ ही PM मोदी शाम को 6 बजे बीजेपी दफ्तर पहुंचेंगे।
मंगलवार को दिनभर जारी कांटे की टक्कर के बीच आखिरकार Nitish Kumar के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने 243 में से 125 सीटें जीतकर बहुमत का आंकड़ा (122) पार कर लिया। राज्य में भी Nitish Kumar के नेतृत्व में NDA की सरकार बनने जा रही है।
बिहार की कुल 243 सीटों में कई और सीटें भी हैं जिनमें 2 हजार से कम या 3 हजार से कम वोटों के अंतर पर हार और जीत का फैसला हुआ है। कुढ़नी सीट से RJD के अनिल कुमार साहनी ने BJP के केदार प्रसाद गुप्ता को 712 वोट से हराया. बखरी सीट से CPI के सूर्यकांत पासवान ने BJP के रामशंकर पासवान ने 777 वोट से हराया। परबत्ता सीट से JDU के संजीव सिंह ने RJD के दिगंबर प्रसाद तिवारी को 951 वोट से हराया।
बिहार में कांटे की टक्कर के बीच Nitish Kumar के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने 243 में से 125 सीटें जीतकर बहुमत का आंकड़ा (122) पार कर लिया। राज्य में भी Nitish Kumar के नेतृत्व में NDA की सरकार बनने जा रही है। इस बीच PM मोदी आज शाम 6 बजे BJP हेडक्वॉर्टर पहुंचेंगे और बिहार चुनाव में जीत को लेकर कार्यकर्ताओं को संदेश देंगे। इस मौके पर बीजेपी के टॉप लीडर भी मौजूद रहेंगे।
नीतीश कुमार बिहार के CM के तौर पर सातवीं बार शपथ लेंगे। सबसे पहले वह 03 मार्च 2000 को मुख्यमंत्री बने थे, लेकिन बहुमत के अभाव में 7 दिन में उनकी सरकार गिर गई। 24 नवंबर 2005 में दूसरी बार उनकी ताजपोशी हुई। 26 नवंबर 2010 में तीसरी बार मुख्यमंत्री बने। 2014 में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया लेकिन 22 फरवरी 2015 को चौथी बार मुख्यमंत्री बने। 20 नवंबर 2015 को पांचवी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। फिर RJD का साथ छोड़ा तो बीजेपी के साथ 27 जुलाई 2017 को छठी बार ताजपोशी हुई।
बिहार चुनाव पर दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा है- ‘मैं संघ की विचारधारा का घोर विरोधी हूं क्योंकि वह भारत की सनातनी परंपराओं व सनातन धर्म की मूल भावना के विपरीत है। यह देश सबका है, लेकिन फिर भी मैं उनकी इस बात की प्रशंसा भी करता हूं कि वे अपने लक्ष्य और अपनी विचारधारा के साथ समझौता नहीं करते. केवल समाज को बांट कर राजनीति करते हैं।’
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा,‘बिहार चुनाव में हम कितना फर्जीवाड़ा देखेंगे? किशनगंज से कांग्रेस उम्मीदवार 1,266 मतों से जीता लेकिन उसे जीत का प्रमाण पत्र नहीं दिया गया। लोकतंत्र की हत्या हुई है और जनादेश का अपहरण किया गया।’ सुरजेवाला ने दावा किया कि सकरा में कांग्रेस उम्मीदवार 600 मतों से जीता लेकिन उसे 1,700 मतों के अंत से हारा हुआ घोषित किया गया।
बता दें कि 2015 के चुनाव में BJP ने 157 सीटों पर ताल ठोकी थी और 53 पर जीत दर्ज की थी। जदयू ने 101 सीटों पर दांव खेला था और उसे 71 सीटें मिली थीं। लोजपा ने 2015 में 42 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन वह सिर्फ दो सीटें ही जीत सकी ।राजद ने 101 सीटों पर ताल ठोकी और 80 सीटें जीत हासिल की थीं। कांग्रेस ने 41 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 27 सीटें अपनी झोली में डाली थीं। वामपंथी दलों ने 48 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन एक भी सीट नहीं जीत पाए थे।