Putin and Biden meet in Geneva# Russian President Vladimir Putin

हाथ मिले पर दिल नहीं, मीडिया के सामने दिखी बाइडन और पुतिन की कड़वाहट

Putin & Biden Summit: अमेरिका और रूस के बिगड़े संबंधों के बीच बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की अपने रूसी समकक्ष Vladimir Putin के साथ मुलाकात हुई। स्विट्जरलैंड में झील के किनारे मनोहारी हरियाली के बीच बने मेंशन में दुनिया की 2 सबसे ताकतवर शख्सियतें आमने-सामने थीं। जी-7 के शिखर सम्मेलन और उसके बाद नाटो सम्मिट में रूस के खिलाफ तीखे बयान देने के बाद Biden स्विट्जरलैंड पहुंचे हैं। Vladimir Putin अपने अमेर‍िकी समकक्ष जो बाइडन के साथ उच्‍च स्‍तरीय बैठक करने के लिए बुधवार को जिनेवा पहुंचे। उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन मंगलवार को जिनेवा पहुंच चुके हैं। इस बहुप्रतीक्षित बैठक से पहले अमेरिकी राष्‍ट्रपति Biden ने अपने यूरोपीय सहयोगियों के साथ विश्वास बहाली को लेकर बैठकें की हैं।

एक-दूसरे की ओर देखे बगैर ही मीडिया से फोटो खिंचवाईं

दुनिया को खतरे से परे रखने की मंशा से यहां पहुंचे दोनों नेताओं के भीतर एक-दूसरे को लेकर कितनी कड़वाहट है, यह इसी से जाहिर हो गया कि वार्ता शुरू होने से पहले दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की ओर देखे बगैर ही मीडिया से फोटो खिंचवाईं। दोनों नेताओं के बीच वार्ता करीब 5 घंटे चलने की उम्मीद है। Vladimir Putin ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि वार्ता लाभदायक होगी और उसके कुछ नया निकलकर आएगा, जबकि बाइडन ने कहा, आमने-सामने की मुलाकात हमेशा अच्छी होती है। इससे पहले दोनों नेताओं ने स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति गुए पैरामेलिन की मौजूदगी में हाथ भी मिलाया। पैरामेलिन ने वार्ता के लिए स्विट्जरलैंड का चयन करने के लिए दोनों नेताओं का आभार जताया।


पूर्व में दोनों नेता एक-दूसरे पर तीखे प्रहार किए

इससे पहले महीनों से दोनों नेता एक-दूसरे पर तीखे प्रहार कर रहे हैं। बाइडन अमेरिकी हितों वाले ठिकानों पर साइबर अटैक करवाने के लिए Vladimir Putin को जिम्मेदार ठहराते रहे हैं। अमेरिकी चुनाव को प्रभावित करने की पुतिन की कोशिश की निंदा करते रहे हैं। विपक्षी नेता नवलनी को जेल में डालने के लिए रूसी सरकार की निंदा करते रहे हैं, जबकि पुतिन 6 जनवरी को अमेरिकी संसद भवन कैपिटल पर हमले को लोकतंत्र की मजबूती से जोड़ते हुए कहते रहे हैं कि अमेरिका को लोकतंत्र पर सीख देने का अधिकार नहीं है। वह साइबर अटैक के लिए खुद और रूस पर आरोपों को गलत ठहराते रहे हैं।
बेहतर परिणााम की उम्‍मीद नहीं

अब जबकि दोनों नेता आमने-सामने हैं, तब दोनों ही पक्षों को किसी बेहतर और हैरान करने वाले परिणाम की उम्मीद नहीं है। बाइडन इस सप्ताह के शुरू में ही कह चुके हैं कि कई क्षेत्रों में हम असहमत हैं, लेकिन हम रेड लाइन दिखाने के लिए एक-दूसरे से मिल रहे हैं। यह हमारे हित में है और दुनिया के हित में भी।

वार्ता के दौरान उठ सकते हैं ये मुद्दे
अमेरिका ने हाल के वर्षों में दर्जनों रूसी राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है और 2 परिसरों को बंद कर दिया है। रूस में अमेरिकी अभियानों में स्थानीय लोगों को नौकरी देने से रोकने पर भी चर्चा है, जिसका मतलब है कि वीजा सहित अन्य सेवाओं में कटौती करना। इस पर भी दोनों नेता वार्ता कर सकते हैं।


रूस ने हाल ही में कैदियों की अदला-बदली के लिए दोबारा जोर दिया है, लेकिन उसकी शर्तों को पूरा करना अमेरिका के लिए नामुमकिन लगता है। वहीं, रूस की तरफ से भी कोई ढील दिए जाने की बहुत कम संभावना है। यह मुद्दा भी वार्ता के दौरान उठ सकता है।

पुतिन के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी एलेक्सी नवेलनी का मामला भी उठ सकता है। नवेलनी को पहले जहर दिया गया था और अभी वह जेल में बंद है। इसको लेकर रूस पर मानवाधिकार उल्‍लंघन का आरोप लगता रहा है। नवेलनी को मॉस्को की एक अदालत ने चरमपंथी बताकर प्रतिबंधित कर दिया है।


यूक्रेन को लेकर दोनों देशों के बीच मतभेद बरकरार है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदीमीर जेलेंस्की ने Putin and Biden जिनेवा शिखर सम्मेलन को लेकर अफसोस जताया है। जेलेंस्की ने कुछ दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रपति की रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने की योजना और रूस-से-जर्मनी तक की प्राकृतिक गैस पाइपलाइन को लेकर लेकर अपनी चिंता जाहिर की थी।

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