आदिवासी और RSS का करीब होना विष्णुदेव साय का बना USP, बनेंगे छत्तीसगढ़ के नए सीएम

आदिवासी नेता और पूर्व सांसद विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ के नए सीएम होंगे. बीजेपी की बैठक में उनके नाम पर मुहर लग गई है. आदिवासी होना और आरएसएस के करीबी होना उनके सीएम पद की कुर्सी तक पहुंचने में सहायक रहा. इसके साथ ही वह पूर्व सीएम रमन सिंह के काफी करीबी माने जाते हैं.

भाजपा के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य और पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री विष्णुदेव साय के सिर पर छत्तीसगढ़ के सीएम का ताज सजेगा. बीजेपी पर्यवेक्षकों की बैठक के बाद यह फैसला किया गया है. इस फैसले के बाद छत्तीसगढ़ में सीएम पद को लेकर सस्पेंस का पटाक्षेप हो गया है और बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के पहले छत्तीसगढ़ में एक नया चेहरा उतारा है. राय छत्तीसगढ़ के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष भी रह चुके हैं. इस चुनाव में कुनकुरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए हैं और आदवासी समुदाय से हैं.

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में बीजेपी को प्रचंड जीत मिली थी. बीजेपी ने राज्य की कुल सीटों में से 54 पर जीत हासिल की थी. ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह मुख्यमंत्री पद से प्रबल दावेदार माने जा रहे थे, लेकिन अंततः विष्णुदेव साय को सीएम पद के लिए चुना गया.

विष्णुदेव राय छत्तीसगढ़ की कुनकुरी विधानसभा से इस साल विधायक चुने गए हैं. इस जिले में आदिवासी समुराय की संख्या सबसे अधिक है. वह इसी समुदाय से हैं. अजित जोगी के बाद छत्तीसगढ़ में कोई दूसरा आदिवासी मुख्यमंत्री नहीं बना था. आदिवासी होने के कारण वह बीजेपी की पसंद बन गये.

साल 2020 में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रहे थे साय

विष्णुदेव साय साल 2020 में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बनाए गये थे. वह सांसद एवं केंद्रीय मंत्री भी रहे थे. इसके साथ ही वह आरएसएस के काफी करीब हैं. वह पूर्व सीएम रमन सिंह के भी काफी करीबी हैं. साल 1999 से 2014 तक विष्णुदेव साय रायगढ़ से सांसद रहे थे. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वह केंद्रीय राज्य मंत्री भी बने थे.

वह अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों की सेवा करने एवं बीमार लोगों के इलाज में रुचि रखते हैं. उनका जन्म छत्तीसगढ़ राज्य के जशपुर जिले के बगिया गांव में एक किसान परिवार में हुआ था. उनके पिता राम प्रसाद साई और माता जशमनी देवी थी.

पीएम मोदी के पहले कार्यकाल में रहे थे राज्य मंत्री

उन्होंने अपनी उच्च माध्यमिक शिक्षा लोयोला उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, कुनकुरी, जशपुर, छत्तीसगढ़ से हासिल की थी. उनकी 1991 में कौशल्या देवी से शादी हुई. उनके एक पुत्र और दो पुत्रियां हैं. वह पेशे से एक किसान हैं. भारत की 16 वीं लोकसभा में सांसद बने और पीएम मोदी के प्रथम कार्यकाल में वह इस्पात और खान राज्य बने.

वे छत्तीसगढ़ के रायगढ़ निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था. उनकी रुचियों में किताबें पढ़ना, आदिवासियों का उत्थान, बैडमिंटन, फुटबॉल खेलना, आदिवासियों और गरीबों का विकास के लिए काम करना है.

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