इस साल की आखिरी Vinayak Chaturthi 27 फरवरी यानी आज है। अमावस्या के बाद आने वाली चतुर्थी को ही Vinayak Chaturthi कहा जाता है। फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष में विनायक चतुर्थी मनायी जाती है। इस दिन विघ्नहर्ता श्री गणेश जी का व्रत रख कर विधि विधान से पूजा अर्चना की जाती है। इस व्रत को करने से रिद्धि-सिद्धि व समस्त सुख की प्राप्ति होती हैं। फाल्गुन मास हिन्दू कैलेंडर का आखिरी यानी 12वां मास है। इसलिए इस मास की Vinayak Chaturthi इस वर्ष की आखिरी Vinayak Chaturthi है। इस दिन गणेश जी के महामंत्र का जाप करने से व्यक्ति को जीवन में सुख-समृद्धि के साथ सफलता की प्राप्ति होती है। जीवन के सभी दुःख दर्द दूर होते है।
सुख-समृद्धि की प्राप्ति का महामंत्र
प्रातर्नमामि चतुराननवन्द्यमानमिच्छानुकूलमखिलं च वरं ददानम्।
तं तुन्दिलं द्विरसनाधिपयज्ञसूत्रं पुत्रं विलासचतुरं शिवयो: शिवाय।।
प्रातर्भजाम्यभयदं खलु भक्तशोकदावानलं गणविभुं वरकुञ्जरास्यम्।
अज्ञानकाननविनाशनहव्यवाहमुत्साहवर्धनमहं सुतमीश्वरस्य।।
पूजा करने का सही मुहूर्त
27 फरवरी दिन गुरुवार को चतुर्थी तिथि का प्रारंभ सुबह 4 बजकर 11 मिनट से हो रहा है। जो 28 फरवरी दिन शुक्रवार को सुबह 6 बजकर 44 मिनट तक है।