उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की डासना जेल में 140 कैदियों को एड्स रोग की पुष्टि हुई है, इनकी जांच में ये सभी एचआईवी पॉजिटिव (HIV Positive) पाए गए हैं. इस खबर के बाद से गाजियाबाद की इस जेल में हड़कंप मचा हुआ है. इन सभी एचआईवी पॉजिटिव कैदियों को लेकर जेल प्रशासन नई रणनीति बना रहा है. इनके इलाज के लिए एड्स नियंत्रण समिति से संपर्क किया गया है. वहां से डॉक्टर और हेल्थ टीम को बुलाने की तैयारी है. वहीं, जिला प्रशासन ने भी इस मामले को लेकर कड़े कदम उठाने की तैयारी की है. वह जेल में बंद सभी कैदियों की जांच कराने जा रहा है.
डासना जेल के अधीक्षक आलोक कुमार सिंह ने कहा कि सभी एड्स पीड़ित कैदियों को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरती जाएगी. हालांकि ये रूटीन जांच है, ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है. अब जब मरीजों की पहचान हो गई है तो उन सभी का इलाज कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ये कैदी नशे के आदी रहे हैं. ये बीमारी संक्रमित सुई ओर संक्रमित खून के कारण फैलती है, इनमें से कई लोगों को एक ही सीरींज या सुई से नशा करने के कारण यह बीमारी हो गई है.
टीबी और अन्य बीमारियों से पीड़ित हैं कैदी
उत्तर प्रदेश की डासना जेल में क्षमता से कहीं अधिक कैदी हैं. जेल प्रशासन ने बताया कि सभी 5500 कैदियों की जांच कराई गई है. इनमें से कुछ को टीबी सहित अन्य बीमारियों के लक्षण पाए गए हैं. जांच के बाद संबंधित कैदी का इलाज कराया जा रहा है. डासना जेल में 1704 और जिला जेल में 5500 कैदी बंद हैं.

