जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने आर पार की लड़ाई शुरू कर दी है. लगातार पार्टी के खिलाफ बोलने के बाद आज उन्होंने आरजेडी और जेडीयू के गठबंधन और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने के ऐलान के खिलाफ राज्य भर के जेडीयू कार्यकर्ताओं को उन्होंने पटना बुलाया है. दो दिनों तक उपेंद्र कुशवाहा जेडीयू कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे और आगे की रणनीति तैयार करेंगे. वहीं, दूसरी तरफ उन्हें पार्टी के तरफ से कार्रवाई की चेतावनी दी गई है.
5 फरवरी को ही किया था पत्र जारी
बता दें कि पटना के सिन्हा लाइब्रेरी में राज्य भर से जेडीयू कार्यकर्ता आ रहे हैं. पिछले 5 फरवरी को ही उपेंद्र कुशवाहा ने जेडीयू के नेताओं-कार्यकर्ताओं को पत्र लिखा था. जिसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी अब कमजोर होते जा रही है. मैंने सीएम नीतीश कुमार के सामने बैठक में भी ये बात कही थी कि पार्टी अपनी अस्तित्व खोते जा रही है, लेकिन हर कोशिश के बाद भी उन्होंने मेरी बातों पर ध्यान नहीं दिया. वहीं, उन्होंने अपने पत्र में ये भी कहा कि जेडीयू पार्टी का आरजेडी में विलय होने जा रहा है. ऐसे में आज होने वाली बैठक काफी खास मानी जा रही है.
बैठक में हो सकता है बड़ा फैसला
बताया जा रहा है कि दो दिनों की इस बैठक के बाद उपेंद्र कुशवाहा कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं, क्योंकि ये बात वो अब अच्छे से जान चुके हैं कि अब पार्टी में उनके लिए जगह नहीं है तो विद्रोह की एकमात्र रास्ता बचता है. ऐसा माना जा रहा है कि उपेंद्र कुशवाहा इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उन्हें खुद ही पार्टी से निकाल दें ताकि वो शहीद बन जाए जिस बात को सीएम नीतीश भी समझ रहे हैं इसलिए कोई फैसला नहीं ले रहे हैं.
तेजस्वी यादव का नेतृत्व मंजूर नहीं
उपेंद्र कुशवाहा की इस बैठक में एक प्रस्ताव पारित होना तय माना जा रहा है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा था कि तेजस्वी यादव का नेतृत्व उन्हें मंजूर नहीं है. उन्होंने खुद ही कुछ दिन पहले कहा था कि तेजस्वी यादव उसी जंगलराज को लौटायेंगे जिसे खत्म करने के लिए समता पार्टी और फिर जेडीयू का गठन हुआ था. ऐसे में जेडीयू के कार्यकर्ता किसी भी हाल में तेजस्वी का नेतृत्व स्वीकार नहीं करेंगे.
पार्टी ने कार्रवाई की जारी की चेतावनी
वहीं, दूसरी तरफ पार्टी के तरफ से हर जिले में ये चेतावनी दे दी गई है कि अगर कोई भी इस बैठक में शामिल हुआ तो उसे पार्टी से निकाल दिया जाएगा. हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की तरफ से उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ कार्रवाई की कोई भी बात नहीं कही गई है, लेकिन जेडीयू के राज्यसभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि सही समय आने पर उनपर कार्रवाई की जाएगी.