उत्तर प्रदेश में अगले साल पंचायत चुनाव होने जा रहे हैं। इसको देखते हुए पंचायतों के आंशिक परिसीमन का शासनादेश जारी कर दिया गया है। कहने का मतलब है कि पंचायत चुनावों की तैयारियों से जुड़ी डेट लिस्ट जारी कर दी गई है। इसमें निर्वाचन क्षेत्रों की अंतिम सूची तैयार करने के साथ ही आपत्तियों के निस्तारण का जिक्र है। इसके अलावा प्रस्तावित सूची के प्रकाशन के बारे में सारी जानकारी दी गई है।
डेट लिस्ट में क्या कुछ है खास?
निर्वाचन क्षेत्रों की अंतिम सूची: 3 से 6 जनवरी तक
आपत्तियों का निस्तारण: 27 दिसंबर से 2 जनवरी तक
पहली प्रस्तावित सूची का प्रकाशन: 12 से 21 दिसंबर तक
उत्तर प्रदेश में पंचायतों की संख्या 58,758 है। जबकि, 821 क्षेत्र पंचायतें और 75 जिला पंचायतें भी हैं। ग्राम पंचायतों के सदस्यों का कार्यकाल दिसंबर में समाप्त हो रहा है। इसके पहले कोरोना संकट के बीच चुनाव से जुड़ी तैयारियों पर ब्रेक लग गया था। दूसरी तरफ चुनाव को देखते हुए आयोग ने वोटर्स लिस्ट की जांच का काम तेज कर दिया है। दिसंबर महीने के अंतिम सप्ताह में वोटर्स लिस्ट भी जारी कर दी जाएगी।
उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है। माना जाता है अगले साल मार्च-अप्रैल के बीच पंचायत चुनाव हो सकते हैं। राजनीतिक दलों की तैयारियां भी जारी है। बीजेपी से लेकर दूसरी पार्टियों ने पंचायत चुनाव को लेकर कमर कस ली है। वहीं, गांव में संभावित उम्मीदवारों के पोस्टर्स भी दिखने लगे हैं। फिलहाल उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव की तारीखों के ऐलान पर सभी की नजर टिकी हुई है।