उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग में बड़ी संख्या में फर्जीवाड़ा होने के मामले में CM योगी आदित्यनाथ बेहद सख्त हैं। फर्जी शैक्षणिक दस्तावेज पर नौकरी करनेवाले अभी 1427 शिक्षक सामने आ गये हैं। इनसे अब 900 करोड़ रुपये की वसूली होगी। किसी भी शिक्षा की नींव माने जानेवाले बेसिक शिक्षा में इस तरह का फर्जीवाड़ा करनेवाले शिक्षकों के साथ विभाग के कर्मचारी और अधिकारी भी सरकार के रडार पर हैं।
अनामिका की तलाश में बेसिक शिक्षा विभाग में शुरू हुई जांच में बड़ा मामला सामने आया है। BKT के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में तैनात शिक्षिका और देवरिया में पढ़ा रही शिक्षिका के नाम व पैन नम्बर एक जैसे पाए गए हैं। यहां तक की दोनों शिक्षिकाओं की जन्मतिथि भी एक ही है। मामला सामने आने के बाद विभाग में हड़कंप मच गया है। अधिकारी पता लगाने में जुट गए हैं कि दोनों शिक्षिकाएं एक ही तो नहीं है, जो दोनों जगह से वेतन ले रही हैं।
BSA दिनेश कुमार ने बताया कि पूर्व माध्यमिक विद्यालय सेवरिया में तैनात शिक्षिका और देविरया में तैनात शिक्षिका के नाम व पैन नम्बर एक जैसे पाए गए हैं। शिक्षिका को सभी दस्तावेजों के साथ मंगलवार को बुलाया गया था। दस्तावेजों की जांच के दौरान नाम व पैन नम्बर के साथ शिक्षिकाओं की जन्मतिथि भी एक ही पाई गई है लेकिन आधार कार्ड का नम्बर अलग-अलग है।
दिनेश कुमार ने बताया कि शुरूआती जांच में शिक्षिका की नियुक्ति व दस्तावेज सही लग रहे हैं। BSA देवरिया से वहां पर तैनात शिक्षिका के दस्तावेजों की जांच करने को कहा गया है। दो दिन बाद रिपोर्ट आ जाएगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। जानकारों का कहना है कि विभाग पता लगाने में जुटा है कि दोनों शिक्षिकाएं एक ही तो नहीं है।
बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक पैन नम्बरों की जांच के दौरान प्रदेश भर के 192 शिक्षक-शिक्षिकाएं ऐसे सामने आए हैं, जिनके नाम व पैन नम्बर एक जैसे हैं। इसमें उन्नाव व कन्नौज की एक शिक्षिका का नाम व पैन नम्बर एक है। आगरा व मथुरा की शिक्षक का नाम व पैन नम्बर एक ही है। विभाग की ओर से इनकी जांच के आदेश दिए गए हैं।