यूपी विधानसभा चुनाव (UP Election 2022) जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, राजनीतिक दलों का उत्साह वैसे-वैसे बढ़ता जा रहा है. चुनाव में अभी कुछ महीनों का वक्त बचा है, लेकिन सूबे में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है. अब पोस्टर वार भी शुरू हो गया है. समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की ओर से सपा मुख्यालय के बाहर 23 अक्टूबर को एक होर्डिंग लगाई गई, इस होर्डिंग के साथ एक काउंटडाउन घड़ी भी लगी है. पोस्टर में लिखा है ‘आ रहा हूं मैं…’
अखिलेश शुरू से ही 400 सीटें जीतने का दावा कर रहे हैं. सोशल इंजीनियरिंग के जरिए अखिलेश, यूपी का किला फतह करने की तैयारी कर रहे हैं. इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी ने लखनऊ में डिजिटल टाइमर वाले पोस्टर लगा दिए हैं. इन पोस्टरों में अखिलेश यादव की तस्वीर के साथ ‘आ रहा हूं’ लिखा हुआ है. पोस्टर के मुताबिक अखिलेश सत्ता में 145 दिन बाद वापसी का दावा कर रहे हैं. अखिलेश का पोस्टर उनके आत्मविश्वास को दिखा रहा है.
अखिलेश यादव की तस्वीर के साथ ‘मैं आ रहा हूं’ लिखे होर्डिंग लगाए जाने के बारे में योगी ने दावा किया कि इसके फौरन बाद सपा के एक पदाधिकारी ने औरैया में आठ लोगों का अपहरण कर उनसे रंगदारी वसूली शुरू कर दी. मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग पूछ रहे हैं कि क्या मैं आ रहा हूं, का मतलब अपहरण, गुंडागर्दी, लूट और अराजकता है. लेकिन ऐसा नहीं होगा क्योंकि यह राज्य अब बदल चुका है. सीएम योगी ने सपा पर हमला करते हुए कहा कि हमने सबसे पहले किसानों का कर्ज माफ किया लेकिन सपा ने 2012 में अपनी सरकार बनने के बाद क्या किया था. सबसे पहले उसने राम जन्मभूमि पर आतंकवादी हमला करने वाले लोगों और फिर कोसीकला दंगों के आरोपियों के मुकदमे वापस लेने की प्रक्रिया शुरू की थी.
सीएम योगी ने कहा कि सपा के शासनकाल में हर तीसरे दिन एक दंगा होता था. सपा के साथ यह पहचान जुड़ गई है. इन राजनीतिक दलों के चरित्र को समझने की आवश्यकता है. उन्होंने सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि इस पार्टी ने सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचाया और त्योहारों के समय उपद्रवियों और दंगाइयों को प्रोत्साहित करके कर्फ्यू लगवाया. वर्ष 2017 से पहले यही होता था और समाज का हर वर्ग त्रस्त था. पहले इफ्तार पार्टी आयोजित करने की होड़ रहती थी और त्योहारों से पहले कर्फ्यू लागू कर दिया जाता था.
मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अयोध्या में रामलला के दर्शन करने आए थे. इस दौरान उन्होंने बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला था. केजरीवाल के आरोपों पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने जिन दिल्ली वालों ने उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों को अपने यहां से खदेड़ दिया, वह आज यहां के लोगों को मुफ्त में चीजें देने की बात कर रहे हैं. लॉकडाउन के समय जब उनके पास अवसर था तब उन्होंने उत्तर प्रदेश के लोगों को अपने यहां से बाहर का रास्ता दिखा दिया था. उनसे यह कहने की जरूरत है कि दिल्ली जैसा छोटा राज्य नहीं संभाल सकते, वे अब चुनाव के समय उत्तर प्रदेश पर नजरें गड़ाए हुए हैं.
सीएम योगी ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि पूर्व में जो लोग भगवान राम के प्रति अपशब्दों का इस्तेमाल करते थे, अब वे समझ गए हैं कि राम के बिना सफलता नहीं मिल सकती इसीलिए वे अयोध्या में राम जन्मभूमि के दर्शन करने आ रहे हैं. यह अच्छी बात है, कम से कम उन्होंने राम के अस्तित्व और महत्व को स्वीकार तो किया. बता दें कि केजरीवाल ने मंगलवार सुबह अयोध्या में राम जन्मभूमि और हनुमान गढ़ी मंदिर में दर्शन किए. उन्होंने यह भी ऐलान किया कि उनकी सरकार दिल्ली वासियों को अपनी तीर्थ यात्रा योजना के तहत अयोध्या के भी मुफ्त दर्शन कराएगी.