कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन ने UP Board को और हाईटेक बना दिया है। 2020 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में सम्मिलित 50 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं का परिणाम अत्याधुनिक तकनीक से तैयार किया जा रहा है। पिछले साल तक हर क्षेत्रीय कार्यालय से 8 से 10 कर्मचारी यानि तकरीबन 40 से 50 कर्मचारी दूसरे राज्य में बनने वाले Result में सहयोग के लिए भेजे जाते थे। ताकि Result तैयार करते समय यदि किसी छात्र का लिखित या प्रायोगिक परीक्षा का नंबर नहीं मिल रहा या कोई और सूचना नहीं है तो तुरंत संबंधित जिले या मूल्यांकन केंद्र से संपर्क कर मंगा लेते थे।
लेकिन इस बार Corona के कारण किसी कर्मचारी को Result तैयार करवाने के लिए दूसरे राज्य नहीं भेजा गया। इसके लिए बोर्ड ने एक पोर्टल तैयार किया है जिस पर Result तैयार करने वाल कम्प्यूटर फर्म जो भी सूचनाएं होती है उसे मंगा लेती है और सबकुछ ऑनलाइन ऑफिस में बैठे-बैठे हो रहा है। इसके चलते परिणाम तैयार करने पर आने वाले खर्च में भी अच्छी-खासी कमी आई है। पोर्टल का परीक्षण होने के साथ दो दिन पहले इसने काम करना शुरू कर दिया है। हालांकि इस पर कोई अफसर कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
खास बातें :
Corona ने रिजल्ट तैयार करने की प्रक्रिया को बनाया अत्याधुनिक
पोर्टल विकसित कर उसके जरिए भेजे जा रहे नंबर और संशोधन
परिणाम के लिए पहले गैर राज्यों में जाती थी कर्मचारियों की टीम
अबकी ऑनलाइन बन रहा दुनिया का सबसे बड़ा रिजल्ट
27 जून को घोषित होगा परिणाम:
यूपी बोर्ड की 10वीं-12वीं परीक्षा का परिणाम 27 जून की दोपहर 12.30 बजे बोर्ड मुख्यालय से घोषित किया जाएगा।
इंटर के छूटे छात्रों के प्रैक्टिकल का समापन
UP Board परीक्षा 2020 में इंटर के छूटे छात्रों की प्रायोगिक परीक्षा बुधवार को समाप्त हो गई। जिन छात्र-छात्राओं का किन्हीं कारणों से प्रैक्टिकल छूट गया था उन्हें 9 व 10 जून को आखिरी मौका दिया गया था। प्रयागराज के राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डीके सिंह ने बताया कि बुधवार को भौतिक में 8, रसायन 11 और जीव विज्ञान में 13 छात्र उपस्थित हुए। दो दिनों में भौतिक 24, रसायन 27 व जीव विज्ञान के 32 छात्रों ने प्रायोगित परीक्षा दी।