कारतूसों पर सुअर की चर्बी क्यों लपेट रहे हैं यूक्रेन के सैनिक, जानिए माजरा क्या है

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध (Russia-Ukraine War) जारी है. छह दिन बीत चुके हैं. अब तक जीत-हार किसी की हुई नहीं है, लेकिन कोशिशें दोनों तरफ से जारी हैं. इन्हीं कोशिशों के बीच ट्विटर पर एक विवादित वीडियो सामने आया है. इसमें यूक्रेन (Ukraine) का एक सैनिक अपने कारतूसों को सुअर की चर्बी में लपेटते हुए दिखाई दे रहा है. साथ ही रूस (Russia) के सैनिकों को चुनौती देते हुए सुना जा रहा है. इस वीडियो की प्रामाणिकता की हालांकि पुष्टि तो नहीं हुई है. लेकिन इसने कुछ पुराने तथ्यों को जरूर कुरेद दिया है. साथ ही नया विवाद भी शुरू कर दिया है.

प्रिय मुस्लिम भाइयो, हमारे देश में आप जन्नत में नहीं जाएंगे
अरब देशों के मीडिया हाउस ‘अलजजीरा’ की वेबसाइट ने इस बाबत खबर दी है. इसमें ट्विटर पर अपलोड किया गया विवादित वीडियो देखा जा सकता है. इस वीडियो में एक सैनिक अपने कारतूसों पर सुअर की चर्बी लपेटकर बंदूक की मैगजीन में भर रहा है. उसे यूक्रेन का सैनिक बताया गया है. वह सैनिक इसके साथ ही कहता है, ‘प्रिय मुस्लिम भाइयों, हमारे देश में आप जन्नत में नहीं जाएंगे. आपको जन्नत में जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी. इसलिए बेहतर है, आप घर लौट जाएं. क्योंकि यहां आपके लिए बहुत परेशानी होने वाली है. ध्यान देने के लिए शुक्रिया. गुडबाय.’

तो क्या रूस की सेना से मुस्लिम सैनिक भी लड़ रहे हैं
खबर की मानें तो यूक्रेन के सैनिक ने यह धमकी चेचेन मुस्लिम लड़ाकों (Chechen Fighters) को दी है. बताया जाता है कि रूस के चेचेन्या प्रांत (Chechenya Province) के लड़ाके यूक्रेन से जारी लड़ाई में रूसी सेना (Russian Army) का सहयोग कर रहे हैं. इन लड़ाकों के नेता रमजान कादिरोव ने बीते शनिवार को एक वीडियो भी जारी किया था. इसमें वह प्रांत की राजधानी ग्रोजनी में हजारों चेचेन लड़ाकों (Chechen Fighters) के बीच घिरा हुआ दिख रहा है. वह चेचेन लड़ाकों को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) का ‘वफादार सैनिक’ (Foot Soldiers) बताता है. साथ ही चेतावनी भरे लहजे में यह भी कह रहा है कि चेचेन लड़ाके अब यूक्रेन (Ukraine) पर जीत के लिए रूस की सेना के साथ तैनात किए जा चुके हैं. यह वीडियो रूसी सरकार से समर्थन प्राप्त आरटी समाचार चैनल पर जारी हुआ है. यहां यह भी बताते चलें कि रूस (Russia) से चेचेन लड़ाकों को सीरिया (Syria) और जॉर्जिया (Georgia) में भी अपना समर्थन और सहयोग देकर वहां की सरकारों के खिलाफ लड़ने के लिए तैनात किया था.

तो इस मामले ने पुराने तथ्य कौन से कुरेदे हैं
दिलचस्प बात ये कि इस वीडियो से जुड़ती कहानी सिर्फ इतनी ही नहीं, आगे भी है. क्योंकि इस वीडियो में जो सैनिक दिखा, वह भी सीधे तौर पर यूक्रेन की सेना (Ukraine Army) का हिस्सा नहीं है. बल्कि जिस तरह रूस की सेना के साथ चेचेन लड़ाके जुड़े हैं, उसी तरह यूक्रेन की सेना के साथ एजोव लड़ाके (Azov Fighters) संबद्ध हैं. एजोव लड़ाके उग्र राष्ट्रवादी, नस्लवादी और नाजीवाद (Nazism) के समर्थक माने जाते हैं. ये गोरी चमड़ी वाले लोगों की नस्ल को सर्वश्रेष्ठ मानते हैं और वह वर्दी पहनते हैं तो दूसरे विश्व युद्ध (World War-2) के दौरान हिटलर (Hitler) की जर्मनी के नाजी सैनिक पहना करते थे. एजोव लड़ाकों ने 2014 में भी यूक्रेन की तरफ से रूस के खिलाफ युद्ध लड़ा था, जब रूसी सेना ने ताकत के बल पर यूक्रेनी इलाके क्रीमिया (Crimea) पर कब्जा कर लिया था. यूक्रेन उस लड़ाई में क्रीमिया को तो नहीं बचा पाया, लेकिन उसने अपनी सेना (Ukraine Army) में एजोव लड़ाकों को हमेशा के लिए शामिल कर लिया.

पुतिन भी नहीं है पाक-साफ
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) ने यूक्रेन पर हमले को जायज ठहराते हुए इसके पहले ही दिन अपने देश के लोगों को संबोधित किया था. उन्होंने उस वक्त ‘दूसरे विश्व युद्ध के भूतों का भय’ दिखाते हुए दावा किया था कि वे यूक्रेन को नाजीवाद (Nazism) से मुक्त करना चाहते हैं. उसका असैन्यीकरण करना चाहते हैं. दरअसल, उनके आरोपों के पीछे मुख्य वजह यही एजोव लड़ाकों (Azov Fighters) और उनके समर्थकों से जुड़ी हुई थी. हालांकि आरोप लगाने वाले पुतिन खुद पाक-साफ नजर नहीं आते, यह भी तथ्यों से स्पष्ट हो चला है.

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