टाइफाइड जिसे मियादी बुखार भी कहते हैं क्योंकि यह लंबे समय तक रहने वाला बुखार होता है। हालांकि इसके लक्षण शुरुआत में ही नजर आने लगते हैं। आमतौर पर Typhoid में सिरदर्द, पेट दर्द, भूख कम लगना, डायरिया जैसे लक्षण दिखने लगते हैं। Typhoid साल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया की वजह से होता है इसके अलावा मौसम में बदलाव, खराब खाना और पानी पीना, बैक्टीरियल इंफेक्शन और कमजोर इम्यूनिटी की वजह से भी होता है।
जिन लोगों को ये बुखार हो जाता है वो अपने इलाज, खान-पान और बचाव के तरीकों को लेकर परेशान हो जाते हैं। हालांकि ज्यादातर लोग परहेज और डॉक्टर्स की दवाओं से कुछ दिनों में ही ठीक हो जाते हैं। ऐलोपेथी के अलावा आयुर्वेद में भी मियादी बुखार की दवा है। इसके अलावा आयुर्वेद में खान-पान में बदलाव पर भी जोर दिया जाता है। लेकिन किसी भी तरह का कोई इलाज करने से पहले आपको डॉक्टर की राय जरूर लेनी चाहिए। तो आइये जानते हैं Typhoid के लक्षण, बचाव और डाइट के बारे में साथ ही जानते हैं कि कितने दिन में ये बुखार ठीक हो
जाता है।
टाइफाइड के लक्षण
कई बार बुखार आने पर जब आप Typhoid का टेस्ट कराते हैं तो रिपोर्ट नेगेटिव आकी है। लेकिन धीरे धीरे Typhoid के लक्षण नजर आने लगते हैं जिससे आप समझ सकते हैं कि आपको Typhoid फीवर है या नहीं। ये लक्षण हैं…
1-सिर में दर्द होना
2 कमजोरी और थकान महसूस होना
3 मांसपेशियों में दर्द होना
4 बुखार में बहुत पसीना आना
5 दस्त या कब्ज होना
6 त्वचा पर रैशेज
7 पेट में अत्यधिक सूजन
8 सूखी खांसी आना
9 भूख न लगना
10 वजन कम होना
11 पेट में दर्द
टाइफाइड का इलाज
अगर आपको बताए गए लक्षणों में से कुछ भी नजर आ रहा है तो आपको सबसे पहले डॉक्टर के पास जाना चाहिए। डॉक्टर Typhoid का टेस्ट कराने के लिए कहेगा। रिपोर्ट आने पर डॉक्टर कुछ एंटीबायोटिक्स दवाओं के साथ आपको आराम करने की सलाह देंगे। आयुर्वेद में भी Typhoid का इलाज है। आयुर्वेद के विशेषज्ञ आपको खाने पीने में बदलाव के साथ-साथ कुछ दवाएं भी देते हैं इसके अलावा कुछ घरेलू उपाय भी बताए जाते हैं।
टाइफाइड कितने दिन रहता है?
टाइफाइड को मियादी बुखार इसीलिए कहते हैं क्योंकि ये एक मियाद के बाद ही ठीक होता है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल और प्रिवेंशन की मानें तो टाइफाइड शरीर में धीरे-धीरे विकसित होने की संभावना होती है। शुरुआत में इसके लक्षण नजर नहीं आते. बुखार आने के एक से 3 सप्ताह बाद Typhoid के लक्षण दिखाई देते हैं। Typhoid में बुखार कम से एक सप्ताह या महीनों भी रह सकता है। Typhoid में हाई फीवर आता है जो कई बार 103–104°F तक पहुंच जाता है।
टाइफाइड से बचाव
टाइफाइट ज्यादातर खराब खाने और गंदे पानी के पीने की वजह से होता है। इसके अलावा गंदगी और संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से भी हो सकता है। इसके लिए जरूरी है कि आप साफ पानी पीएं और साफ-सफाई से बना खाना खाएं। हाथों को साफ रखें और संक्रमित व्यक्ति से दूर रहें। अगर आप इन बातों का ख्याल रखेंगे तो आप खुद को टाइफाइड फीवर से बचा सकेंगे।
टाइफाइड में डाइट
वैसे तो टाइफाइड हो या कोई और बुखार डॉक्टर हल्का खाना खाने की ही सलाह देते हैं। Typhoid में भी हल्का और कम खाने को कहा जाता है। इसमें आप हाई कैलोरी वाला खाना जैसे उबले हुए आलू, केला, उबले हुए चावल, सफेद ब्रेड खा सकते हैं। इसके अलावा ज्यादा से ज्यादा लिक्विड पीने की सलाह दी जाती है। आप नारियल पानी, नीबू पानी, अंगूर, तरबूज खा सकते हैं इनमें काफी मात्रा में इलेक्ट्रोलाइट होता है इसके अलावा दलिया, दाल खिचड़ी भी खा सकते हैं डेरी प्रोडक्ट में आप दूध और पनीर खा सकते हैं।