तुर्किये और सीरिया में आए भीषण भूकंप के पीडि़तों को बचाने की जद्दोजहद जारी है। 6 फरवरी को आए शक्तिशाली भूकंप (Earthquake)के 8 दिन बाद भी लोगों के मलबे से जिंदा मिलने का चमत्कार जारी है। मंगलवार को तुर्किये के दक्षिण शहर हेताय में भूकंप (Earthquake)के 203 घंटे बाद एक महिला को मलबे से जिंदा निकाला गया है। दोनों देशों में मृतकों की संख्या 37,788 से ऊपर पहुंच चुकी है।
टेंट और खुले आसमान में रह रहे पीड़ित
तबाही मचाने के 200 घंटे से अधिक समय बाद भी मलबे से बचे लोगों को निकालना जारी है। मीडिया रिपोर्ट में तुर्किये के हेताय में पहले एक पुरुष को बचाए जाने की सूचना मिली थी लेकिन कुछ देर बाद पता चला कि वह महिला है। इस बीच, तुर्किये में सहायता को लेकर लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। टेंट और खुले आसमान में रह रहे पीड़ित मदद की आस लगाए हुए हैं।
केरल निवासी एनआरआइ ने की 11 करोड रुपये की मदद
तुर्किये के 10 प्रांत भूकंप (Earthquake)से प्रभावित हैं और करीब 1.35 करोड़ लोग बेघर हो गए हैं। आपदा प्रबंधन दल ने मंगलवार को बताया कि तुर्किये में मृतकों की संख्या 31,974 और सीरिया में 5814 से अधिक हो चुकी है। इस बीच, केरल के मूल निवासी व यूएई में रह रहे एनआरआइ शमशीर वयालिल ने 11 करोड रुपये की मदद दी है। वह बुर्जील होल्डिंग के संस्थापक और चेयरमैन हैं।
उत्तरी सीरिया में अस्पताल पर बंदूकधारियों का हमला
उत्तर सीरिया में अस्पताल के एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि बंदूकधारियों ने एक अस्पताल पर धावा बोल दिया, जहां एक बच्ची की मलबे के नीचे पैदा होने के बाद देखभाल हो रही थी। बच्ची का परिवार भूकंप (Earthquake)में तबाह हो चुका है। हमलावरों ने क्लिनिक के निदेशक की पिटाई की। अधिकारी ने शिशु के अपहरण के प्रयास का खंडन किया है। उधर, संयुक्त राष्ट्र ने मंगलवार को दमिश्क के साथ उत्तर-पश्चिम सीरिया के विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्रों में तुर्किये से दो और सीमा के माध्यम से प्रवेश पर संयुक्त राष्ट्र सहायता पहुंचाने के लिए एक समझौते की घोषणा की। इससे अल्पावधि में मदद मिलने की संभावना है।