दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति डीएन पटेल ने तीस हजारी कोर्ट में वकीलों और पुलिस कर्मियों के बीच शनिवार को हुई झड़प का स्वत: संज्ञान लिया। इस झड़प में 20 से अधिक लोग घायल हो गए थे। दिल्ली पुलिस के आयुक्त अमूल्य पटनायक, प्रशासनिक समिति के जजों और तीस हजारी कोर्ट में जिला न्यायाधीशों के साथ बैठक करने के बाद दिल्ली उच्च न्यायालय ने जल्द ही मामले की सुनवाई करने का फैसला किया।
दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस ने कहा कि क्राइम ब्रांच की स्पेशल टीम मामले की जांच कर रही है। आंतरिक जांच बैठाई गई है। मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया गया है। वकील को लॉकअप में ले जाने का आरोपी पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है।
इसके साथ ही दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार, बार काउंसिल ऑफ इंडिया, बार काउंसिल ऑफ दिल्ली, दिल्ली सरकार, दिल्ली की जिला अदालतों के सभी बार एसोसिएशनों और दिल्ली हाईकोर्ट बार एसोसिएशन को नोटिस जारी किया।
सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट्स-ऑन-रिकॉर्ड एसोसिएशन ने भारत के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रंजन गोगोई को पत्र लिखकर तीस हजारी कोर्ट में पुलिस-वकीलों की झड़प पर स्वत: संज्ञान लेने का अनुरोध किया है।
इस मामले में अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश पिंकी ने रविवार को घटनास्थल का मुआयना किया। वहीं इस बवाल की जांच स्पेशल सीपी की निगरानी में अपराध शाखा की एसआईटी करेगी। दिल्ली पुलिस ने देर रात जारी बयान में यह जानकारी दी। अधिकारियों के मुताबिक, खुद स्पेशल सीपी पूरे घटनाक्रम की जांच करेंगे।