अयोध्या मसले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की तारीख करीब आते देख प्रशासन ने यहां सुरक्षा व्यवस्था सख्त बनाने की कवायद शुरू कर दी है। शुक्रवार को एडीजी (कानून-व्यवस्था) पीवी रामाशास्त्री ने अयोध्या और सीमा से जुड़े जिलों के पुलिस अधिकारियों व अयोध्या के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की। पुलिस लाइंस सभागार में आयोजित बैठक में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर संभावित हालात पर काबू करने की रणनीति पर मंथन किया गया।
अयोध्या भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के संभावित फैसले और त्योहारों के मद्देनजर मध्यप्रदेश सरकार ने आगामी आदेश तक सभी पुलिकर्मियों की छुट्टी रद्द कर दी है। कमलनाथ सरकार की ओर से शुक्रवार को जारी आदेश में कहा गया है कि राज्य में शांति-सौहार्द और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया। वहीं, भारत-बांग्लादेश के बीच इंदौर में पहले टेस्ट मैच के दौरान भी होल्कर स्टेडियम के आसपास अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती होगी।
सीरीज का पहला मैच 14 से 18 नवंबर के बीच खेला जाएगा। इसी दौरान 17 नवंबर तक अयोध्या मामले में फैसला आने की उम्मीद है। इंदौर रेंज के एडीजी वरुण कपूर ने कहा कि टेस्ट मैच बहुत ही संवेदनशील समय में हो रहा है। पांच दिवसीय मैच के दौरान अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने की उम्मीद है। हमने सुरक्षा व्यवस्था मजबूत रखने के निर्देश दिए हैं। इंदौर के होल्कर स्टेडियम की दर्शकों की क्षमता 27 हजार है।
पुलिस को भी सोशल मीडिया पर भी नजर रखने के आदेश दिए हैं। यदि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कोई भी व्यक्ति उन्माद फैलाने वाले पोस्ट करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। दूसरी ओर, उत्तरप्रदेश में योगी सरकार ने पहले ही सभी जिलों में धारा 144 लागू कर दी थी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने लोगों से न्यायपालिका पर विश्वास और शांति बनाए रखने की अपील की है।