लालू प्रसाद यादव की बहू राजश्री लड़ेंगी लोकसभा चुनाव, उजियारपुर सीट से लड़ाने की है तैयारी!

बिहार में रसूखदार लालू परिवार अपने बेटों को चुनाव में उतारने के बाद अब अपनी बहू को भी चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी में जुट गया है. परिवार उजियारपुर लोकसभा सीट से तेजस्वी यादव की बहू राजश्री को उतारने को लेकर माहौल बनाने में लगा हुआ है. उनके सामने केंद्रीय मंत्री और दिग्गज नेता नित्यानंद राय को बड़ी चुनौती देने की योजना है जो 2 बार से यहां से लोकसभा सांसद हैं.

तेजस्वी यादव अपनी पत्नी राजश्री के साथ शुक्रवार को यानि आज गोपालगंज की यात्रा कर रहे हैं. तेजस्वी यादव राजश्री के साथ प्रसिद्ध थावे मंदिर में पूजा अर्चना करेंगे, वहीं मंदिर के सौंदर्यीकरण के शिलान्यास की भी योजना है. तेजस्वी अब घर से बाहर साथ ले जाकर राजश्री को बिहार की आवोहवा से आज से परिचय कराना शुरू कर रहे हैं. ज़ाहिर है शुरुआत मंदिर जाकर पूजा अर्चना से हो रही है लेकिन इसके बाद पब्लिक से साथ मेल जोल का कार्यक्रम तेजी से बढ़ने वाला है. इस सबके पीछे की रणनीति लालू परिवार की बहू राजश्री को लोकसभा चुनाव लड़ाने की है.

लोकसभा चुनाव कहां से लड़ेंगी राजश्री ?

लालू परिवार की बहू राजश्री उजियारपुर से चुनाव लड़ सकती हैं. लालू प्रसाद राजश्री को उजियारपुर से ही मैदान में उतारने की तैयारी कर रहे हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उजियारपुर में यादवों और कुशवाहा समाज की अच्छी आबादी है. उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के दिग्गज नेता आलोक मेहता, अश्वमेध देवी और लेफ्ट के अजय कुमार की अच्छी पकड़ है जो कुशवाहा समाज से आते हैं.

लालू परिवार का मानना है कि राजश्री के मैदान में उतरते ही यादव भी अच्छी संख्या में लालू परिवार की बहू को वोट देने आगे आएंगे. इसलिए उजियारपुर से वर्तमान सांसद और केंद्र में मंत्री नित्यानंद राय को गंभीर चुनौती मिलने की संभावना है. नित्यानंद राय उजियारपुर से साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में विजयी रहे थे.

लालू परिवार अपनी बहू की इंट्री करा नित्यानंद राय की राह में तीसरी बार बड़ी चुनौती पेश करने की तैयारी में जुट गया है. ऐसे में पिछले दो चुनाव से आलोक मेहता और उपेन्द्र कुशवाहा को हराने वाले नित्यानंद राय, लालू प्रसाद की बहू को पटखनी दे पाएंगे इसको लेकर राजनीतिक चर्चा सियासी हलकों में तेज होने लगी है.

राजश्री के लिए उजियारपुर ही क्यों मुफीद ?

लालू परिवार के भविष्य को लेकर चिंतित हैं. लालू परिवार से इस लोकसभा चुनाव में दो उम्मीदवार मैदान में उतर सकते हैं. एक राजश्री यादव हैं तो दूसरे तेजप्रताप यादव. तेजप्रताप यादव को समझाने बुझाने की कोशिश की जाएगी. लेकिन तेजप्रताप नहीं मानते हैं तो उन्हें छपरा से लोकसभा चुनाव लड़ाया जा सकता है.

दरअसल, राजश्री के लिए उजियापुर को मुफीद इसलिए समझा जा रहा है क्योंकि उजियारपुर में यादवों की दो उपजाति कृष्नौठ और मंझौठ की संख्या लगभग बराबर है. नित्यानंद राय कृष्नौठ उपजाति से आते हैं वहीं लालू प्रसाद खुद गड़ेरी उपजाति से ताल्लुक रखते हैं. लालू परिवार की शादी कृष्नौठ में हुई है. इसलिए राबड़ी देवी का परिवार कृष्नौठ उपजाति से आता है. लालू परिवार को भरोसा है कि कृष्नौठ और मंझौठ की संख्या लगभग बराबर होने की वजह से यादवों में बंटवारा भी हुआ तो इसका फायजा राजश्री यादव को ही मिलेगा और BJP के नित्यानंद इस फायदे से वंचित रह जाएंगे.

इतना ही नहीं लालू परिवार को डर है कि राजश्री को छपरा से मैदान में उतारा गया तो दारोगा राय का परिवार उनकी बेटी और तेजप्रताप से कोर्ट में लड़ाई लड़ रही ऐश्वर्या (तेजप्रताप की पत्नी) मैदान में उतर सकती हैं जो राजश्री की राह में बड़ी बाधक हो सकती हैं. ऐश्वर्या छपरा लोकसभा क्षेत्र की ही रहने वाली हैं और दारोगा राय बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं जिनकी वो पोती हैं. इतना ही नहीं ऐश्वर्या कृष्नौठ उपजाति से भी आती हैं जिसकी संख्या छपरा लोकसभा क्षेत्र में कहीं ज्यादा इसलिए लालू परिवार राजश्री को छपरा से नहीं बल्कि उजियारपुर से ही मैदान में उतारना मुफीद समझ रहा है.

तेजप्रताप को छपरा से मैदान में उतारने की तैयारी

लोकसभा चुनाव में लालू परिवार राजश्री को ही मैदान में उतारने के पक्ष में है. लेकिन तेजप्रताप नहीं माने तब उन्हें छपरा से लड़ाया जा सकता है. साल 2014 में राबड़ी देवी छपरा से चुनाव हार चुकी हैं. छपरा यानि सारण से ही तेजप्रताप की पत्नी ऐश्वर्या को भी लड़ाने की चर्चा विरोधी पार्टी कैंप में चल रही है. ऐसे में ऐश्वर्या लड़ेंगी या फिर वर्तमान सांसद राजीव प्रताप रूड़ी ही बीजेपी के उम्मीदवार होंगे, इसको लेकर भी सियासी गलियारे में चर्चा तेज है.

तेजप्रताप को छपरा से मैदान में उतारने की तैयारी लोकसभा चुनाव में लालू परिवार राजश्री को ही मैदान में उतारने के पक्ष में है. लेकिन तेजप्रताप नहीं माने तब उन्हें छपरा से लड़ाया जा सकता है. साल 2014 में राबड़ी देवी छपरा से ‘चुनाव हार चुकी हैं. छपरा यानि सारण से ही तेजप्रताप की पत्नी ऐश्वर्या को भी लड़ाने की चर्चा विरोधी पार्टी कैंप में चल रही है. ऐसे में ऐश्वर्या लड़ेंगी या फिर वर्तमान सांसद राजीव प्रताप रूड़ी ही बीजेपी के उम्मीदवार होंगे, इसको लेकर भी सियासी गलियारे में चर्चा तेज है.

दरअसल, पिछले दिनों राजीव प्रताप रूडी जेपी नड्डा के पटना आगमन पर पार्टी में चल रही गतिविधियों पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की थी. माना जा रहा है कि पिछले कुछ सालों से बीजेपी में हाशिए पर धकेले जाने के बाद राजीव प्रताप रूडी जेडीयू का दामन थाम सकते हैं और सारण को छोड़कर महाराजगंज से चुनावी मैदान में दांव आजमा सकते हैं.

ऐसे में लालू परिवार से अगर तेजप्रताप मैदान में उतरते हैं तो उनके सामने ऐश्वर्या को ही मैदान में उतारा जाएगा या बीजेपी कुछ और सोच रही है इसको लेकर कयासों का बाजार गरम है. लेकिन उजियारपुर और छपरा में लालू परिवार चुनावी मैदान में होगा ऐसा लोकसभा चुनाव में देखने को मिल सकता है.

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