कांग्रेस के चिरकुट नेताओं की क्या हैसियत? अब यूपी में टूट गया INDIA गठबंधन… MP में सीट बंटवारे पर फूटा अखिलेश यादव का गुस्सा

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच खटास बढ़ती जा रही है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने गुरुवार को कहा कि यदि उन्हें मालूम होता कि राज्य स्तर पर गठबंधन नहीं है, तो समाजवादी पार्टी के नेता कांग्रेस नेताओं से मिलने नहीं जाते और जैसा व्यवहार एमपी में हुआ है, उसी तरह का व्यवहार यूपी में भी करेंगे.

मध्य प्रदेश चुनाव में कांग्रेस और सपा आमने-सामने है. कांग्रेस के एकतरफा रूप से उम्मीदवारों की सूची जारी करने से समाजवादी पार्टी खफा है. उसके बाद समाजवादी पार्टी ने मध्य प्रदेश में उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है. मध्य प्रदेश चुनाव को लेकर INDIA गठबंधन में दरार दिख रही है. यूपी में INDIA एलायंस लगभग टूट गया है. इस बीच गुरुवार को समाजवादी पार्टी प्रमुख ‘अखिलेश यादव का बड़ा बयान आया है. उन्होंने कहा कि एमपी में समाजवादी पार्टी के साथ जैसा व्यवहार किया जाएगा. वैसा ही व्यवहार वह भी यूपी में करेंगे.

अखिलेश ने कहा कि मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी को कांग्रेस ने बेवकूफ बनाया. हमारे साथ धोखा हुआ. रात एक बजे तक मीटिंग चली, लेकिन अगले दिन सूची जारी हुई थी तो हमे एक भी सीट नहीं दी गई. कांग्रेस के लोग बीजेपी से मिले हुए हैं. अखिलेश यादव ने कहा कांग्रेस के चिरकुट नेताओं की क्या हैसियत है जो उनके बारे में बयान देंगे.

बता दें कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी को हराने के लिए विपक्षी पार्टियों ने INDIA गठबंधन बनाया है. इस गठबंधन में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी सहित अन्य विपक्षी पार्टियां हैं. लेकिन विधानसभा चुनाव में INDIA गठबंधन में खटास दिखने लगी है. खासकर मध्य प्रदेश को लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच की दूरियां खुलकर सामने आई है.

मध्य प्रदेश में कांग्रेस के रवैये से अखिलेश नाराज

अखिलेश यादव ने गुरुवार को कहा, “कांग्रेस पार्टी का कौन व्यक्ति बात कर रहा है? एमपी के पूर्व सीएम ने मीटिंग बुलाई. समाजवादी पार्टी के नेता वहां गए. समाजवादी पार्टी के विधायक कब कहां से जीते थे. एक या दो जीते. पूरी चर्चा हुई. कांग्रेस नेताओं को पूरी सूची दी गई थी.”

उन्होंने कहा, “एक बजे तक समाजवादी पार्टी के नेताओं को जगाया. पूरे आंकड़े देखें. आश्वासन दिया कि छह सीटों पर विचार करेंगे. रिजल्ट आया तो समाजवादी पार्टी शून्य रही. ” यानी समाजवादी पार्टी को कांग्रेस ने एक भी सीट नहीं दी.

अखिलेश यादव ने कहा, “विधानसभा स्तर पर गठबंधन की बात नहीं होती तो उनके नेता कभी भी नहीं जाते और न ही कभी फोन उठाते हैं. यदि गठबंधन केवल यूपी में केंद्र के लिए होगा. उस पर विचार किया जाएगा. जैसा समाजवादी पार्टी के साथ व्यवहार होगा. वैसा ही व्यवहार उन्हें यहां देखने को मिलेगा.’ “

मध्य प्रदेश जैसा यूपी में करेंगे व्यवहार- अखिलेश बता दें कि मध्य प्रदेश में चुनाव आयोग ने 17 नवंबर को विधासनभा चुनाव कराने का ऐलान किया है. कांग्रेस द्वारा पहले एकतरफा रूप से सूची जारी करने के बाद समाजवादी पार्टी ने उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की है. इसमें 22 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है.

जब से कांग्रेस की सूची आई है, तभी से कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच घमासान मचा हुआ है और INDIA गठबंधन के भविष्य को लेकर भी सवाल उठाये जा रहे हैं. अखिलेश यादव के बयान से यह दूरी और बढ़ती दिख रही है.

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