उतराखंड में सियासत एक अलग ही मुकाम पर पहुँच गयी है । जहां सब लोग कोरोना की तीसरी लहर को लेकर काफी चिंतित है वहीँ उतराखंड में मानों मुख्यमंत्रियों की तीसरी लहर आ गयी है । उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के इस्तीफे पर चला आ रहा सस्पेंस आखिरकार खत्म हो गया है। रावत ने शुक्रवार रात 11 बजे राजभवन जाकर गवर्नर बेबी रानी मौर्या को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। उम्मीद की जा रही थी कि वह रात 9.30 बजे बुलाई गई अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी इस पर कुछ बोलेंगे, मगर वहां उन्होंने इस मुद्दे पर पूरी तरह चुप्पी साधे रखी और अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाकर निकल गए।
आपको बात दें कि इस्तीफे के बाद तीरथ सिंह रावत ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘मैंने संवैधानिक संकट की वजह से राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया है। राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर सेवाएं देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा का आभार व्यक्त करता हूं।’ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि कोविड के चलते परिस्थितियां ऐसी बन गई थीं कि मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना पड़ा। चुनाव आयोग ने साफ कर दिया था कि ऐसी महामारी में वह उपचुनाव नहीं कराएगा। इससे राज्य में संवैधानिक संकट हो सकता था। इसलिए मुख्यमंत्री ने इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा कि शनिवार को बीजेपी के विधायक दल की बैठक होगी और विधायकों में से ही किसी को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा।