यूं तो आप सभी जानते है कि स्विस बैंकों में भारत के सैंकड़ों लोगों का अपार पैसा पड़ा हुआ है जिसको हम कालाधन भी कहते है और ये वो ही कालाधन है जिसको वापस लाने का वादा केंद्र सरकार यानी मोदी सरकार ने 2014 में भारत की जनता से किया था लेकिन आज तक कोई कालाधन वापस नहीं आया । आज 7 साल बाद भी हम भारतीय इस उम्मीद में है कि कालाधन वापस आएगा और भारत की अर्थव्यवस्था कुछ पटरी पर आएगी ।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि स्विस बैंकों में पड़ा पैसा 2020 में बढ़कर 2.55 अरब स्विस फ्रैंक यानी 20700 करोड़ रूपये से भी ज्यादा हो गया है । यह वृद्धि सिर्फ नकद नहीं बल्कि वित्तीय उत्पादों के जरीय रखी गयी शेयर होल्डिंग से हुई है । इस बीच सीधा बैंक में जमा राशी इतनी नहीं है लेकिन शेयर होल्डिंग में काफी पैसा जमा हुआ है आपको बता दें कि स्विस बैंकों में भारतियों का सकल कोष 89.9 स्विस फ्रैंक यानी 6625 करोड़ रूपये था जो कि अब 20700 करोड़ रूपये तक बढ़ चुका है ।