अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत के मामले की जांच कर रही सीबीआई (CBI) ने अमेरिका (US) से मदद मांगी है. जांच एजेंसी अमेरिका कंपनियों से सिंह के इमेल और सोशल मीडिया खातों (Social Media) की डिलीट की हुई जानकारी हासिल करने में सहयोग मांगा है. मामले की हर एंगल से जांच कर रही एजेंसी पिछले रिकॉर्ड भी खंगालना चाहती है, ताकि आत्महत्या से जुड़े किसी पुराने कनेक्शन का पता लगाया जा सके.
रिपोर्ट के अनुसार, सीबीआई ने गूगल और फेसबुक से यह जानकारी MLAT यानि म्यूचुअल लीगल असिस्टेंस ट्रीटी के तहत मांगी है. इसमें डिलीट की हुई चैट्स, ईमेल या एक्टर की तरफ से की गई पोस्ट शामिल हैं. MLAT के जरिए दोनों देश घरेलू जांच में जानकारी हासिल कर सकते हैं. MLAT के तहत भारत में जानकारी साझा करने का अधिकारी गृहमंत्रालय के पास है. जबकि, अमेरिका में यह काम एटॉर्नी जनरल के दफ्तर से होता है.
रिपोर्ट में एक अधिकारी के हवाले से बताया गया, ‘हम केस को अंतिम रूप देने से पहले कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं. हम जानना चाहते हैं कि क्या ऐसी कोई खास डिलीट की हुई चैट्स या पोस्ट थी जो मामले में मददगार हो सकती हैं.’ जांच एजेंसी ने बीते साल ही बयान के जरिए बताया था कि वह मामले की जांच हर एंगल से कर रही है. इनमें रिया चक्रवर्ती पर लगे आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपों, दबाव के चलते अभिनेता की तरफ से उठाए गए आत्महत्या के कदम शामिल हैं.
सुशांत सिंह के परिवार के वकील विकास सिंह सीबीआई के इस कदम का समर्थन करते हैं. वे कहते हैं, ‘मैं हैरानी नहीं है, क्योंकि वे (सीबीाई) केस को अंतिम रूप देने से पहले गहन जांच करना चाहते हैं. चश्मदीद गवाह या कैमरा फुटेज नहीं होने जैसी सुशांत सिंह की मौत के मामले में काफी रहस्य है और मुझे लगता है कि सीबीआई सही लीड हासिल करने की कोशिश कर रही है.’
सिंह बीते साल मुंबई के बांद्रा स्थित अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे. उनके पिता केके सिंह ने पटना पुलिस में रिया चक्रवर्ती, उनके माता-पिता और भाई शोविक के खिलाफ 25 जून को शिकायत दर्ज कराई थी. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने अगस्त 2020 में मामले की जांच शुरू की थी. सीबीआई के अलावा प्रवर्तन निदेशालय और नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो भी केस की जांच कर रही हैं. सितंबर 2020 में ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज ने एक्टर की मौत को आत्महत्या बताया था. वहीं, शुरुआती जांच करने वाली मुंबई पुलिस ने भी किसी भी गड़बड़ी से इनकार किया था.